गहर Poetry (page 10)

कर दिया ख़ुद को समुंदर के हवाले हम ने

अफ़ज़ल इलाहाबादी

अश्क आँखों में लिए आठों पहर देखेगा कौन

अफ़ज़ल इलाहाबादी

कोई पत्थर कोई गुहर क्यूँ है

अदीम हाशमी

निगाह ओट रहूँ कासा-ए-ख़बर में रहूँ

अदा जाफ़री

बे-नियाज़-ए-दहर कर देता है इश्क़

अबुल हसनात हक़्क़ी

बे-नियाज़ दहर कर देता है इश्क़

अबुल हसनात हक़्क़ी

हसरत-ए-दीद रही दीद का ख़्वाहाँ हो कर

अबु मोहम्मद वासिल

जलते थे तुम कूँ देख के ग़ैर अंजुमन में हम

आबरू शाह मुबारक

जलते हैं और हम सीं जब माँगते हो प्याला

आबरू शाह मुबारक

रूठे हैं हम से दोस्त हमारे कहाँ कहाँ

अब्दुल्लतीफ़ शौक़

यूँ अश्क बरसते हैं मिरे दीदा-ए-तर से

अब्दुल रहमान ख़ान वासिफ़ी बहराईची

मैं पहुँचा अपनी मंज़िल तक मगर आहिस्ता आहिस्ता

अब्दुल मन्नान तरज़ी

आवाज़ के मोती

अब्दुल अहद साज़

जैसे कोई दायरा तकमील पर है

अब्दुल अहद साज़

ज़िंदगी गुज़री मिरी ख़ुश्क शजर की सूरत

अातिश बहावलपुरी

हर दुआ होगी बे-असर न समझ

आनन्द सरूप अंजुम

मद्दाह हूँ मैं दिल से मोहम्मद की आल का

आग़ा अकबराबादी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.