फैलोशिप Poetry (page 3)

सदा-ए-दिल इबादत की तरह थी

राजेन्द्र मनचंदा बानी

हम ने ऐ दोस्त रिफ़ाक़त से भला क्या पाया

रईस अमरोहवी

लहू आँखों में रौशन है ये मंज़र देखना अब के

राही कुरैशी

एक ज़हरीली रिफ़ाक़त के सिवा है और क्या

इरफ़ान अहमद

अपने मरकज़ से अगर दूर निकल जाओगे

इक़बाल अज़ीम

वो शाम ढले तेरा मिलना वो तेरा हँसाना याद नहीं

इमरान साग़र

मौत सी ख़मोशी जब उन लबों पे तारी की

इकराम मुजीब

दिल में इक शोर उठाते हैं चले जाते हैं

हिदायतुल्लाह ख़ान शम्सी

फिर नए ख़्वाब बुनें फिर नई रंगत चाहें

हसन रिज़वी

नर्गिस पे तो इल्ज़ाम लगा बे-बसरी का

हफ़ीज़ होशियारपुरी

एक सीता की रिफ़ाक़त है तो सब कुछ पास है

हफ़ीज़ बनारसी

इश्क़ में हर नफ़स इबादत है

हफ़ीज़ बनारसी

वापसी

हबीब तनवीर

आईने का मुँह भी हैरत से खुला रह जाएगा

गुलज़ार बुख़ारी

ज़िंदगी मर्ग की मोहलत ही सही

ग़ुलाम मौला क़लक़

रिश्ता-ए-रस्म-ए-मोहब्बत मत तोड़

ग़ुलाम मौला क़लक़

ख़ून-ए-दिल मुझ से तिरा रंग-ए-हिना माँगे है

ग़यास अंजुम

ये सच नहीं कि तमाज़त से डर गई है नदी

फ़िरदौस गयावी

कहो तो नाम मैं दे दूँ इसे मोहब्बत का

फ़ातिमा हसन

ग़ुबार-ए-तंग-ज़ेहनी सूरत-ए-ख़ंजर निकलता है

फ़सीह अकमल

जो रहा यूँ ही सलामत मिरा जज़्ब-ए-वालहाना

फ़ारूक़ बाँसपारी

सब्ज़ मौसम की रिफ़ाक़त उस का कारोबार है

फ़ारूक़ अंजुम

था पहला सफ़र उस की रिफ़ाक़त भी नई थी

फ़रहत नदीम हुमायूँ

न दौलत की तलब थी और न दौलत चाहिए है

फ़रहत नदीम हुमायूँ

ख़ूब निभेगी हम दोनों में मेरे जैसा तू भी है

फ़राग़ रोहवी

एक रह-गुज़र पर

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

ऐ हबीब-ए-अम्बर-दस्त!

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

चादर और चार-दीवारी

फ़हमीदा रियाज़

वो एक पल की रिफ़ाक़त भी क्या रिफ़ाक़त थी

एजाज़ रहमानी

हँसने में रोने की आदत कभी ऐसी तो न थी

एजाज़ उबैद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.