कविता Poetry (page 8)

उन्हें निगाह है अपने जमाल ही की तरफ़

अकबर इलाहाबादी

फ़िरऔन-ए-वक़्त कोई भी हो सर-कशी करो

अजमल अजमली

न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का

ऐतबार साजिद

मिरी रूह में जो उतर सकें वो मोहब्बतें मुझे चाहिएँ

ऐतबार साजिद

कभी तू ने ख़ुद भी सोचा कि ये प्यास है तो क्यूँ है

ऐतबार साजिद

कभी जो मिल न सकी उस ख़ुशी का हासिल है

ऐन इरफ़ान

घर घर आपस में दुश्मनी भी है

अहसन यूसुफ़ ज़ई

अजीब कर्ब सा है ज़िंदगी के चेहरे पर

अहसन इमाम अहसन

अजीब कर्ब सा है ज़िंदगी के चेहरे पर

अहसन इमाम अहसन

गहराइयों से मुझ को किसी ने निकाल के

अहमद वसी

इनइकास-ए-तिश्नगी सहरा भी है दरिया भी है

अहमद शहरयार

जो दिख रहा उसी के अंदर जो अन-दिखा है वो शायरी है

अहमद सलमान

जो दिख रहा उसी के अंदर जो अन-दिखा है वो शाइरी है

अहमद सलमान

सुना है उस को भी है शेर ओ शाइरी से शग़फ़

अहमद फ़राज़

दोस्ती का हाथ

अहमद फ़राज़

सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं

अहमद फ़राज़

मैं ख़ुद भी यार तुझे भूलने के हक़ में हूँ

अफ़ज़ल ख़ान

शिकस्त-ए-ज़िंदगी वैसे भी मौत ही है ना

अफ़ज़ल ख़ान

जो मिरी आरज़ू नहीं करता

अफ़ज़ल इलाहाबादी

शाइरी मैं ने ईजाद की

अफ़ज़ाल अहमद सय्यद

मैं डरता हूँ

अफ़ज़ाल अहमद सय्यद

आख़िरी दलील

अफ़ज़ाल अहमद सय्यद

यूँ ख़बर किसे थी मेरी तिरी मुख़बिरी से पहले

अफ़रोज़ आलम

मय-कदा था चाँदनी थी मैं न था

अब्दुल हमीद अदम

शायरी तलब अपनी शायरी अता उस की

अब्दुल अहद साज़

'सादेम'

अब्दुल अहद साज़

सोच कर भी क्या जाना जान कर भी क्या पाया

अब्दुल अहद साज़

मिरी निगाहों पे जिस ने शाम ओ सहर की रानाइयाँ लिखी हैं

अब्दुल अहद साज़

जो कुछ भी ये जहाँ की ज़माने की घर की है

अब्दुल अहद साज़

ये वाहिमे भी अजब बाम-ओ-दर बनाते हैं

अब्बास ताबिश

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.