समय Poetry (page 5)

आग दरिया को इशारों से लगाने वाला

विशाल खुल्लर

किसे बताऊँ कि ग़म क्या है सरख़ुशी क्या है

उरूज ज़ैदी बदायूनी

यास ओ उमीद

उरूज क़ादरी

तज़्किरा हो तिरा ज़माने में

उमैर मंज़र

ख़ुद को हर रोज़ इम्तिहान में रख

उमैर मंज़र

हर बार ही मैं जान से जाने में रह गया

उमैर मंज़र

अब ज़माने में मोहब्बत है तमाशे की तरह

तौक़ीर तक़ी

सूरत-ए-इश्क़ बदलता नहीं तू भी मैं भी

तौक़ीर तक़ी

चलो के मिल के बदल देते हैं समाजों को

तासीर सिद्दीक़ी

मिज़ाज अपना मिला ही नहीं ज़माने से

तारिक़ क़मर

ये रोज़-ओ-शब की मसाफ़त ये आना जाना मिरा

तारिक़ क़मर

सारी तरतीब-ए-ज़मानी मिरी देखी हुई है

तारिक़ नईम

माँगने से तो हुकूमत नहीं मिलने वाली

तनवीर गौहर

राएगाँ सुब्ह की चिता पर

तनवीर अंजुम

तरीक़ कोई न आया मुझे ज़माने का

तनवीर अंजुम

सारी दुनिया के सितम और मिरा दिल तन्हा

तमन्ना जमाली

देख कर तुम को हैरती हूँ मैं

तालिब हुसैन तालिब

ख़िश्त-ए-जाँ दरमियान लाने में

तालिब हुसैन तालिब

दिल तेरी नज़र की शह पा कर मिलने के बहाने ढूँढे है

ताज भोपाली

वो कम-सुख़न न था पर बात सोच कर करता

तैमूर हसन

मिल के लगा है आज ज़माने ठहर गए

ताहिरा जबीन तारा

ये आँख नम थी ज़बाँ पर मगर सवाल न था

ताहिरा जबीन तारा

ख़्वाब डसते रहे बिखरते रहे

ताहिरा जबीन तारा

काग़ज़ पे तेरा नक़्श उतारा नहीं गया

ताहिरा जबीन तारा

मुझ को भी हक़ है ज़िंदगानी का

ताहिर अज़ीम

सितम-ज़रीफ़ी की सूरत निकल ही आती है

तफ़ज़ील अहमद

इक उम्र हुई और मैं अपने से जुदा हूँ

ताबिश सिद्दीक़ी

शायरों का जब्र

ताबिश कमाल

ज़ेर-ए-लब रहा नाला दर्द की दवा हो कर

ताबिश देहलवी

धूमें मचाएँ सब्ज़ा रौंदें फूलों को पामाल करें

ताबिश देहलवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.