जीवन Poetry (page 2)

सुकून

हरबंस मुखिया

यौम-ए-बर्क़

बिर्ज लाल रअना

मोहब्बत पर यक़ीं था जब

हमीदा शाहीन

कल से आज तक

दौर आफ़रीदी

ख़रगोश का ग़म

बलराज कोमल

ज़मीन सिमट कर मेरे तलवे से आ लगी

जवाज़ जाफ़री

चारागर

दर्शन सिंह

अलाव

बलराज कोमल

मैं ज़ेर-ए-लब अपना शजरा-ए-नसब दोहरा रहा था

जवाज़ जाफ़री

इसे कहना

अर्श सिद्दीक़ी

जब जब मैं ज़िंदगी की परेशानियों में था

वो दिन गुज़रे कि जब ये ज़िंदगानी इक कहानी थी

बसर करे जो मुजाहिदाना हयात उसे दाइमी मिलेगी

आ दोस्त साथ आ दर-ए-माज़ी से माँग लाएँ

किस के नग़्मे गूँजते हैं ज़िंदगी के साज़ में

इज़हार-ए-हाल सुन के हमारा कभी कभी

घटाएँ छाई हैं साग़र उठा ले जिस का जी चाहे

रहरव-ए-राह-ए-ख़राबात-ए-चमन

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

ज़िंदगी आज़ार थी आज़ार है तेरे बग़ैर

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़िंदगी आज़ार थी आज़ार है तेरे बग़ैर

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

कुछ गुनह नहीं इस में ए'तिराफ़ ही कर लो

ज़ुल्फ़िक़ार अहमद ताबिश

निकला हूँ शहर-ए-ख़्वाब से ऐसे अजीब हाल में

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

कुछ ख़ाक से है काम कुछ इस ख़ाक-दाँ से है

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

इक नफ़स नाबूद से बाहर ज़रा रहता हूँ मैं

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

कभी जब्र-ओ-सितम के रू-ब-रू सर ख़म नहीं होता

ज़ुहूर-उल-इस्लाम जावेद

मिरी ज़ात का हयूला तिरी ज़ात की इकाई

ज़ुहैर कंजाही

तब्दीली

ज़ुबैर रिज़वी

शाम होने वाली थी जब वो मुझ से बिछड़ा था ज़िंदगी की राहों में

ज़ुबैर रिज़वी

मुझे तुम शोहरतों के दरमियाँ गुमनाम लिख देना

ज़ुबैर रिज़वी

कभी ख़िरद से कभी दिल से दोस्ती कर ली

ज़ुबैर रिज़वी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.