आग Poetry (page 2)

ईरीना

ज़ीशान साहिल

हमें कहा जाएगा

ज़ीशान साहिल

आँसू की वजह

ज़ीशान साहिल

36

ज़ीशान साहिल

जो मेरे बस में है उस से ज़ियादा क्या करना

ज़ीशान साहिल

वो और मोहब्बत से मुझे देख रहा हो

ज़ेब ग़ौरी

मरने का सुख जीने की आसानी दे

ज़ेब ग़ौरी

भड़कती आग है शो'लों में हाथ डाले कौन

ज़ेब ग़ौरी

कमाँ पे चढ़ के ब-शक्ल-ए-ख़दंग होना पड़ा

ज़मीर अतरौलवी

पेट की आग में बरबाद जवानी कर के

ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर

हसीं यादें सुनहरे ख़्वाब पीछे छोड़ आए हैं

ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर

आईना-ए-ख़याल तिरे रू-ब-रू करें

ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर

मैं ने माँगी थी उजाले की फ़क़त एक किरन

ज़किया ग़ज़ल

देखो घिर कर बादल आ भी सकता है

ज़करिय़ा शाज़

गिला नहीं कि किनारों ने साथ छोड़ दिया

ज़ेब बरैलवी

मुझ पर सुरूर छा गया बादा-ए-दिल-नवाज़ से

ज़हीर अहमद ताज

मौत

ज़ाहिदा ज़ैदी

मेरा ग़ुस्सा कहाँ है?

ज़ाहिद इमरोज़

क़सम उस बदन की

ज़ाहिद हसन

नज़्म

ज़ाहिद डार

मेरा वजूद उस को गवारा नहीं रहा

ज़ाहिद चौधरी

जब आशिक़ी में मेरा कोई राज़-दाँ नहीं

ज़ाहिद चौधरी

उस के अल्फ़ाज़-ए-तसल्ली ने रुलाया मुझ को

ज़हीर सिद्दीक़ी

दर्द तो ज़ख़्म की पट्टी के हटाने से उठा

ज़हीर सिद्दीक़ी

बर्क़-ए-ज़माना दूर थी लेकिन मिशअल-ए-ख़ाना दूर न थी

ज़हीर काश्मीरी

वो अक्सर बातों बातों में अग़्यार से पूछा करते हैं

ज़हीर काश्मीरी

मौसम बदला रुत गदराई अहल-ए-जुनूँ बेबाक हुए

ज़हीर काश्मीरी

हिज्र ओ विसाल की सर्दी गर्मी सहता है

ज़हीर काश्मीरी

इश्क़ क्या शय है हुस्न है क्या चीज़

ज़हीर देहलवी

हुस्न की गर्मी-ए-बाज़ार इलाही तौबा

ज़हीर देहलवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.