असर Poetry (page 9)

ख़ुशबुओं का शजर नहीं देखा

संजीव आर्या

शबीह-ए-रूह कुछ ऐसे निखार दी गई है

संजय मिश्रा शौक़

वो मेरे हाल-ए-दिल से इस क़दर भी बे-ख़बर होगा

संदीप कोल नादिम

क्या दिखाता है ये सफ़र देखो

सलमान अख़्तर

तुझ को पाने के लिए ख़ुद से गुज़र तक जाऊँ

सलीम सिद्दीक़ी

सफ़र से आए तो फिर इक सफ़र नसीब हुआ

सलीम सरफ़राज़

ये ख़याल अब तो दिल-आज़ार हमारे लिए है

सलीम फ़राज़

हर-चंद मिरा शौक़-ए-सफ़र यूँ न रहेगा

सलीम फ़राज़

पड़ा हुआ मैं किसी आइने के घर में हूँ

सलीम बेताब

न पूछो अक़्ल की चर्बी चढ़ी है उस की बोटी पर

सलीम अहमद

बन के दुनिया का तमाशा मो'तबर हो जाएँगे

सलीम अहमद

सरहद-ए-फ़ना तक भी तीरगी नहीं आई

सलाम मछली शहरी

दुआओं में असर बाक़ी न आहों में असर बाक़ी

सज्जाद शम्सी

ज़बाँ को ज़ाइका-ए-शेर-ए-तर नहीं मिलता

सज्जाद बाक़र रिज़वी

फ़रेब था अक़्ल-ओ-आगही का कि मेरी फ़िक्र-ओ-नज़र का धोका

सज्जाद बाक़र रिज़वी

चहचहाती चंद चिड़ियों का बसर था पेड़ पर

सज्जाद बलूच

इक हवा उट्ठेगी सारे बाल-ओ-पर ले जाएगी

सज्जाद बाबर

भटकी है उजालों में नज़र शाम से पहले

सज्जाद बाबर

हर शय की अक़ीदत से तस्वीर नहीं बनती

साजिद सिद्दीक़ी लखनवी

काठ की लड़कियाँ बना ली हैं

साजिद प्रेमी

कोई इम्काँ तो न था उस का मगर चाहता था

साइमा असमा

दयार-ए-दिल से किसी का गुज़र ज़रूरी था

साइम जी

जैसे दरिया में गुहर बोलता है

सैफ़ुद्दीन सैफ़

जब तसव्वुर में न पाएँगे तुम्हें

सैफ़ुद्दीन सैफ़

मेरे मरने की भी उन को न ख़बर दी जाए

साहिर होशियारपुरी

गोया ज़बान हाल थी 'साहिर' ख़मोश था

साहिर देहल्वी

अहबाब भी हैं ख़ूब कि तश्हीर कर गए

सहबा वहीद

किसी भी ज़ख़्म का दिल पर असर न था कोई

सहर अंसारी

दे सकेगा न तुम्हें फिर कोई आवाज़ कहीं

सग़ीर अहमद सग़ीर अहसनी

उर्दू-ए-मुअ'ल्ला

सफ़ी लखनवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.