रहस्य Poetry

मोहब्बत ख़्वाब जैसी है

फ़ाख़िरा बतूल

ये शोर-ओ-शर तो पहले दिन से आदम-ज़ाद में है

ज़ुल्फ़िक़ार अहमद ताबिश

वो सानेहा हुआ था कि बस दिल दहल गए!

ज़ुल्फ़िक़ार अहमद ताबिश

ज़ेहन परेशाँ हो जाता है और भी कुछ तन्हाई में

ज़ुबैर अमरोहवी

ऐसे उस हाथ से गिरे हम लोग

ज़िया मज़कूर

अधूरी

ज़िया जालंधरी

फूला-फला शजर तो समर पर भी आएगा

ज़फ़र कलीम

उभरते डूबते तारों के भेद खोलेगा

ज़फ़र गौरी

आती है फ़ुग़ाँ लब पे मिरे क़ल्ब-ओ-जिगर से

योगेन्द्र बहल तिश्ना

जाए आशिक़ की बला हश्र में क्या रक्खा है

वसीम ख़ैराबादी

सलीक़ा बोलने का हो तो बोलो

वक़ार मानवी

हर रौशनी की बूँद पे लब रख चुकी है रात

वहाब दानिश

लम्हा लम्हा शोर सा बरपा हुआ अच्छा लगा

विशाल खुल्लर

फ़िक्र का कारोबार था मुझ में

विकास शर्मा राज़

जो न खुल सका तिरा भेद था

उमर फ़रहत

सफ़र की हद थी जो रात थी

उमर फ़रहत

आ गई धूप मिरी छाँव के पीछे पीछे

तौक़ीर रज़ा

कौन है नेक कौन बद है यहाँ

तस्लीम इलाही ज़ुल्फ़ी

जानाँ पे जी निसार हुआ क्या बजा हुआ

सिराज औरंगाबादी

हर नक़्श-ए-नवा लौट के जाने के लिए था

शमीम हनफ़ी

वहाँ की रौशनियों ने भी ज़ुल्म ढाए बहुत

शकेब जलाली

सच का लम्हा जब भी नाज़िल होता है

शाहीन ग़ाज़ीपुरी

दिल पर वफ़ा का बोझ उठाते रहे हैं हम

शहाब जाफ़री

जहान-ए-दिल में हुए इंक़लाब और ही कुछ

शानुल हक़ हक़्क़ी

बिखर जाएगी शाम आहिस्ता बोलो

शानुल हक़ हक़्क़ी

जो सालिक है तो अपने नफ़्स का इरफ़ान पैदा कर

सीमाब अकबराबादी

बताओ मौत क्या है ज़िंदगी क्या

सीमा शर्मा मेरठी

आख़िरश आराइशों की ज़िंदगी चुभने लगी

सौरभ शेखर

नज़र के भेद सब अहल-ए-नज़र समझते हैं

सऊद उस्मानी

कभी सराब करेगा कभी ग़ुबार करेगा

सऊद उस्मानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.