रात Poetry (page 97)

अबस है राज़ को पाने की जुस्तुजू क्या है

अब्दुल अहद साज़

आज फिर शब का हवाला तिरी जानिब ठहरे

अब्दुल अहद साज़

शब की शब कोई न शर्मिंदा-ए-रुख़स्त ठहरे

अब्बास ताबिश

अँदेशा-ए-विसाल की एक नज़्म

अब्बास ताबिश

शजर समझ के मिरा एहतिराम करते हैं

अब्बास ताबिश

सदा-ए-ज़ात के ऊँचे हिसार में गुम है

अब्बास ताबिश

नींदों का एक आलम-ए-असबाब और है

अब्बास ताबिश

मुसाफ़िरत में शब-ए-वग़ा तक पहुँच गए हैं

अब्बास ताबिश

मह-रुख़ जो घरों से कभी बाहर निकल आए

अब्बास ताबिश

हँसने नहीं देता कभी रोने नहीं देता

अब्बास ताबिश

फ़क़त माल-ओ-ज़र-ए-दीवार-ओ-दर अच्छा नहीं लगता

अब्बास ताबिश

ज़मीन उन के लिए फूल खिलाती है

अब्बास अतहर

ज़र्फ़ है किस में कि वो सारा जहाँ ले कर चले

आज़िम कोहली

सुबू उठा मिरे साक़ी कि रात जाती है

आज़िम कोहली

बहुत अज़ीज़ था आलम वो दिल-फ़िगारी का

आज़िम कोहली

सितम को उन का करम कहें हम जफ़ा को मेहर-ओ-वफ़ा कहें हम

अातिश बहावलपुरी

धूप हालात की हो तेज़ तो और क्या माँगो

आसी रामनगरी

वो क्या है तिरा जिस में जल्वा नहीं है

आसी ग़ाज़ीपुरी

कलेजा मुँह को आता है शब-ए-फ़ुर्क़त जब आती है

आसी ग़ाज़ीपुरी

तू मेरा है

आनिस मुईन

कुछ भी नहीं है पास तुम्हारी दुआ तो है

आनन्द सरूप अंजुम

लो अँधेरों ने भी अंदाज़ उजालों के लिए

आल-ए-अहमद सूरूर

ख़याल जिन का हमें रोज़-ओ-शब सताता है

आल-ए-अहमद सूरूर

शराब पीते हैं तो जागते हैं सारी रात

आग़ा अकबराबादी

वो कहते हैं उट्ठो सहर हो गई

आग़ा अकबराबादी

सर्व-क़द लाला-रुख़ ओ ग़ुंचा-दहन याद आया

आग़ा अकबराबादी

क्या बनाए साने-ए-क़ुदरत ने प्यारे हाथ पाँव

आग़ा अकबराबादी

हज़ार जान से साहब निसार हम भी हैं

आग़ा अकबराबादी

दौर साग़र का चले साक़ी दोबारा एक और

आग़ा अकबराबादी

दीवाली

आफ़ताब राईस पानीपती

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.