आंख Poetry (page 35)

शब-ए-फ़ुर्क़त है ठहरते नहीं शोले दिल में

हबीब मूसवी

बना के आईना-ए-तसव्वुर जहाँ दिल-ए-दाग़-दार देखा

हबीब मूसवी

मौज-ए-अन्फ़ास भी इक तेग़-ए-रवाँ हो जैसे

हबीब अशअर देहलवी

ख़ुश-नज़र है न ख़ुश-ख़याल है ये

हबाब तिर्मिज़ी

बोसीदा इमारात को मिस्मार किया है

गुलज़ार वफ़ा चौदरी

शाम से आँख में नमी सी है

गुलज़ार

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़

गुलज़ार

वक़्त-2

गुलज़ार

तआक़ुब

गुलज़ार

अकेले

गुलज़ार

शाम से आँख में नमी सी है

गुलज़ार

कहीं तो गर्द उड़े या कहीं ग़ुबार दिखे

गुलज़ार

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते

गुलज़ार

किसी की याद का चेहरा

गुलनाज़ कौसर

दिल ने इक आह भरी आँख में आँसू आए

गुलनार आफ़रीन

वरक़ वरक़ जो ज़माने के शाहकार में था

गुहर खैराबादी

आप जब चेहरा बदल कर आ गए

गोविन्द गुलशन

आया है इक राह-नुमा के इस्तिक़बाल को इक बच्चा

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

समीता-पाटिल

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

फिर वो दरिया है किनारों से छलकने वाला

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

हिज्र के तपते मौसम में भी दिल उन से वाबस्ता है

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

न लगती आँख तो सोने में क्या बुराई थी

ग़ुलाम मौला क़लक़

थक थक गए हैं आशिक़ दरमांदा-ए-फ़ुग़ाँ हो

ग़ुलाम मौला क़लक़

मुहीत-ए-हुस्न जो अब दम-ब-दम चढ़ाव पे है

ग़ज़नफ़र अली ग़ज़नफ़र

यक़ीन जानिए इस में कोई करामत है

ग़ज़नफ़र

तेज़ होती जा रही है किस लिए धड़कन मिरी

ग़ज़नफ़र

सामान-ए-ऐश सारा हमें यूँ तू दे गया

ग़ज़नफ़र

सजा के ज़ेहन में कितने ही ख़्वाब सोए थे

ग़ज़नफ़र

रफ़्ता रफ़्ता आँखों को हैरानी दे कर जाएगा

ग़ज़नफ़र

अपनी नज़र में भी तो वो अपना नहीं रहा

ग़ज़नफ़र

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.