मूर्ति Poetry (page 25)

मक़्तल

अख़लाक़ अहमद आहन

सितम-ज़दा कई बशर क़दम क़दम पे थे

अकबर हैदराबादी

सब हो चुके हैं उस बुत-ए-काफ़िर-अदा के साथ

अकबर इलाहाबादी

उन्हें निगाह है अपने जमाल ही की तरफ़

अकबर इलाहाबादी

मेरी तक़दीर मुआफ़िक़ न थी तदबीर के साथ

अकबर इलाहाबादी

लुत्फ़ चाहो इक बुत-ए-नौ-ख़ेज़ को राज़ी करो

अकबर इलाहाबादी

ख़ुशी क्या हो जो मेरी बात वो बुत मान जाता है

अकबर इलाहाबादी

इश्क़-ए-बुत में कुफ़्र का मुझ को अदब करना पड़ा

अकबर इलाहाबादी

इक बोसा दीजिए मिरा ईमान लीजिए

अकबर इलाहाबादी

दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ

अकबर इलाहाबादी

अपनी गिरह से कुछ न मुझे आप दीजिए

अकबर इलाहाबादी

ये किस लिए है तू इतना उदास दरवाज़े

अजीत सिंह हसरत

उन को अपने क़रीब देखा है

अजीत कुमार दिल

घर की दहलीज़ से बाज़ार में मत आ जाना

ऐतबार साजिद

नई हद-बंदियाँ होने को हैं आईन-ए-गुलशन में

अहमक़ फफूँदवी

लफ़्ज़ों के बुत टूट चुके हैं

अहमद सोज़

अब न काबा की तमन्ना न किसी बुत की हवस

अहमद राही

क़यामत

अहमद नदीम क़ासमी

पत्थर

अहमद नदीम क़ासमी

मरूँ तो मैं किसी चेहरे में रंग भर जाऊँ

अहमद नदीम क़ासमी

वाइ'ज़ का ए'तिराज़ ये बुत हैं ख़ुदा नहीं

अहमद हुसैन माइल

मुसलमाँ काफ़िरों में हूँ मुसलामानों में काफ़िर हूँ

अहमद हुसैन माइल

वो बुत परी है निकालें न बाल-ओ-पर ता'वीज़

अहमद हुसैन माइल

प्यार अपने पे जो आता है तो क्या करते हैं

अहमद हुसैन माइल

जुम्बिश में ज़ुल्फ़-ए-पुर-शिकन एक इस तरफ़ एक उस तरफ़

अहमद हुसैन माइल

परछाईं का सफ़र

अहमद हमेश

तख़्लीक़

अहमद फ़राज़

सवाल

अहमद फ़राज़

सरहदें

अहमद फ़राज़

ये मैं भी क्या हूँ उसे भूल कर उसी का रहा

अहमद फ़राज़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.