चंद्रमा Poetry (page 45)

सुकूत तोड़ने का एहतिमाम करना चाहिए

अहमद ख़याल

उस के लहजे का वो उतार चढ़ाओ

अहमद जावेद

मौजूद हैं कितने ही तुझ से भी हसीं कर के

अहमद जावेद

किसी का ध्यान मह-ए-नीम-माह में आया

अहमद जावेद

दिल आईना है मगर इक निगाह करने को

अहमद जावेद

शीराज़ की मय मर्व के याक़ूत सँभाले

अहमद जहाँगीर

वो पारा हूँ मैं जो आग में हूँ वो बर्क़ हूँ जो सहाब में हूँ

अहमद हुसैन माइल

जुम्बिश में ज़ुल्फ़-ए-पुर-शिकन एक इस तरफ़ एक उस तरफ़

अहमद हुसैन माइल

हो गए मुज़्तर देखते ही वो हिलती ज़ुल्फ़ें फिरती नज़र हम

अहमद हुसैन माइल

याद क्या क्या लोग दश्त-ए-बे-कराँ में आए थे

अहमद हमदानी

मैं रात टूट के रोया तो चैन से सोया

अहमद फ़राज़

ऐ मेरे वतन के ख़ुश-नवाओ

अहमद फ़राज़

तिरा क़ुर्ब था कि फ़िराक़ था वही तेरी जल्वागरी रही

अहमद फ़राज़

सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं

अहमद फ़राज़

सू-ए-फ़लक न जानिब-ए-महताब देखना

अहमद फ़राज़

सब क़रीने उसी दिलदार के रख देते हैं

अहमद फ़राज़

न मंज़िलों को न हम रहगुज़र को देखते हैं

अहमद फ़राज़

अजब जुनून-ए-मसाफ़त में घर से निकला था

अहमद फ़राज़

ऐसी भी कहाँ बे-सर-ओ-सामानी हुई है

अहमद अज़ीम

अब सोचिए तो दाम-ए-तमन्ना में आ गए

अहमद अज़ीम

हमें न देखिए हम ग़म के मारे जैसे हैं

अहमद अता

जब से में ने देखा है एक ख़ुशनुमा चेहरा

अहमद अली बर्क़ी आज़मी

हिंसा के पहले मुझे फिर रुला गया इक शख़्स

अहमद अली बर्क़ी आज़मी

मैं ख़ुदी में मुब्तिला ख़ुद को मिटाने के लिए

आग़ा शाएर क़ज़लबाश

मकान-ए-ख़्वाब में जंगल की बास रहने लगी

अफ़ज़ाल नवेद

शिकस्त-ए-ज़िंदगी वैसे भी मौत ही है ना

अफ़ज़ल ख़ान

मेरे गले से आन के प्यारा जो फिर लगे

आफ़ताब शाह आलम सानी

पंजों के बल खड़े हुए शब की चटान पर

आफ़ताब इक़बाल शमीम

किसी तरह तो घटे दिल की बे-क़रारी भी

आफ़ताब हुसैन

शब-ए-सियाह पे वा रौशनी का बाब तो हो

आफ़ताब हुसैन

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.