सम्मान Poetry (page 4)

अजब उलझन है जो समझा नहीं हूँ

इम्तियाज़ अली गौहर

किया सलाम जो साक़ी से हम ने जाम लिया

इमदाद अली बहर

'इश्क़ी'-साहिब लिखना है तो कोई नई तहरीर लिखो

इलियास इश्क़ी

कभी कभी तो ये हालत भी की मोहब्बत ने

इफ़्तिख़ार मुग़ल

ज़िंदगी भर की कमाई यही मिसरे दो-चार

इफ़्तिख़ार आरिफ़

मआल-ए-इज़्ज़त-ए-सादात-ए-इश्क़ देख के हम

इफ़्तिख़ार आरिफ़

सुख़न-ए-हक़ को फ़ज़ीलत नहीं मिलने वाली

इफ़्तिख़ार आरिफ़

कहाँ के नाम ओ नसब इल्म क्या फ़ज़ीलत क्या

इफ़्तिख़ार आरिफ़

मिरी मोहब्बत की बे-ख़ुदी को तलाश-ए-हक़्क़-ए-जलाल देना

इफ़्फ़त अब्बास

चाहे सहरा में चाहे घर रहना

इबरत बहराईची

ग़लत-फ़हमी की सरहद पार कर के

इब्न-ए-मुफ़्ती

और तो कोई बस न चलेगा हिज्र के दर्द के मारों का

इब्न-ए-इंशा

दुआ ही वज्ह-ए-करामात थोड़ी होती है

हिजाब अब्बासी

सारी इज़्ज़त नौकरी से इस ज़माने में है 'मेहर'

हातिम अली मेहर

क़त्अ हो कर काकुल-ए-शब-गीर आधी रह गई

हातिम अली मेहर

बरकतें सब हैं अयाँ दौलत-ए-रूहानी की

हसरत मोहानी

बड़े हिसाब से इज़्ज़त बचानी पड़ती है

हसीब सोज़

जादू-ए-ख़्वाब में कुछ ऐसे गिरफ़्तार हुए

हसन नईम

रज़िया-सुल्ताना कोरंगी, ''के'' एरिया

हारिस ख़लीक़

रक़्क़ासा

हफ़ीज़ जालंधरी

कृष्ण कन्हैया

हफ़ीज़ जालंधरी

इक शगुफ़्ता गुलाब जैसा था

हफ़ीज़ बनारसी

जागने वालो ता-ब-सहर ख़ामोश रहो

हबीब जालिब

किसी की जुब्बा-साई से कभी घिसता नहीं पत्थर

हबीब मूसवी

जबीन पर क्यूँ शिकन है ऐ जान मुँह है ग़ुस्से से लाल कैसा

हबीब मूसवी

कि दर गुफ़्तन नमी आयद

गोपाल मित्तल

एक हुस्न-फ़रोश लड़की के नाम

गोपाल मित्तल

फ़क़त इक शग़्ल बेकारी है अब बादा-कशी अपनी

गोपाल मित्तल

उस के होने से हुई है अपने होने की ख़बर

ग़ुलाम हुसैन साजिद

आइने में अक्स खिलता है गुल-ए-हैरत नहीं

ग़ुलाम हुसैन साजिद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.