जिगर Poetry (page 25)

चारासाज़-ए-ज़ख़्म-ए-दिल वक़्त-ए-रफ़ू रोने लगा

अमीरुल्लाह तस्लीम

लहू जिगर का हुआ सर्फ़-ए-रंग-ए-दस्त-ए-हिना

अमीर हम्ज़ा साक़िब

ख़याल-ए-यार का सिक्का उछालने में गया

अमीर हम्ज़ा साक़िब

तीर पर तीर लगाओ तुम्हें डर किस का है

अमीर मीनाई

तीर खाने की हवस है तो जिगर पैदा कर

अमीर मीनाई

ख़ंजर चले किसी पे तड़पते हैं हम 'अमीर'

अमीर मीनाई

हाथ रख कर मेरे सीने पे जिगर थाम लिया

अमीर मीनाई

अभी कमसिन हैं ज़िदें भी हैं निराली उन की

अमीर मीनाई

तीर पर तीर लगाओ तुम्हें डर किस का है

अमीर मीनाई

मिरे बस में या तो या-रब वो सितम-शिआर होता

अमीर मीनाई

हैं न ज़िंदों में न मुर्दों में कमर के आशिक़

अमीर मीनाई

अमीर लाख इधर से उधर ज़माना हुआ

अमीर मीनाई

ऐ ज़ब्त देख इश्क़ की उन को ख़बर न हो

अमीर मीनाई

'अमीक़' छेड़ ग़ज़ल ग़म की इंतिहा कब है

अमीक़ हनफ़ी

रोज़ जो मरता है इस को आदमी लिक्खो कभी

अमीन राहत चुग़ताई

नशात-ए-उमीद

अल्ताफ़ हुसैन हाली

है जुस्तुजू कि ख़ूब से है ख़ूब-तर कहाँ

अल्ताफ़ हुसैन हाली

ज़ौक़ ओ शौक़

अल्लामा इक़बाल

तुलू-ए-इस्लाम

अल्लामा इक़बाल

तारिक़ की दुआ

अल्लामा इक़बाल

शिकवा

अल्लामा इक़बाल

साक़ी-नामा

अल्लामा इक़बाल

रूह-ए-अर्ज़ी आदम का इस्तिक़बाल करती है

अल्लामा इक़बाल

मोहब्बत

अल्लामा इक़बाल

मस्जिद-ए-क़ुर्तुबा

अल्लामा इक़बाल

मीर-ए-सिपाह ना-सज़ा लश्करियाँ शिकस्ता सफ़

अल्लामा इक़बाल

ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है

अल्लामा इक़बाल

ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं

अल्लामा इक़बाल

है याद मुझे नुक्ता-ए-सलमान-ए-ख़ुश-आहंग

अल्लामा इक़बाल

तेज़ी तिरे मिज़्गाँ की ये नश्तर से कहूँगा

अलीमुल्लाह

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.