किनारे Poetry (page 11)

कभी ऐसा तमव्वुज तुम ने देखा है

असलम अंसारी

जिन के ज़ेर-ए-नगीं सितारे हैं

आसिफ़ रज़ा

तिरी नज़र के इशारे बदल भी सकते हैं

अशफ़ाक़ रशीद मंसूरी

फिर याद उसे करने की फ़ुर्सत निकल आई

अशफ़ाक़ हुसैन

तारीख़ एक ख़ामोश ज़माना

असग़र नदीम सय्यद

आह से जब दिल में डूबे तीर उभारे जाएँगे

असर लखनवी

जाने क्यूँ लोग ग़म से डरते हैं

असर अकबराबादी

जो अक्स-ए-यार तह-ए-आब देख सकते हैं

असअ'द बदायुनी

धारे से कभी कश्ती न हटी और सीधी घाट पर आ पहुँची

आरज़ू लखनवी

हम ज़ीस्त की मौजों से किनारा नहीं करते

अरशद कमाल

सोते हैं फैल फैल के सारे पलंग पर

अरशद अली ख़ान क़लक़

ग़म-ए-जहान ओ ग़म-ए-यार दो किनारे हैं

अरशद अब्दुल हमीद

मिले जो उस से तो यादों के पर निकल आए

अरशद अब्दुल हमीद

गिरते उभरते डूबते धारे से कट गया

अरमान नज्मी

दीवार पे रक्खा तो सितारे से उठाया

अंजुम सलीमी

सवाल ये है कि आपस में हम मिलें कैसे

अमजद इस्लाम अमजद

थे ख़्वाब एक हमारे भी और तुम्हारे भी

अमजद इस्लाम अमजद

एहसास

अमित गुप्ता

हैरान बहुत ताबिश-ए-हुस्न-दीगराँ थी

अमीर हम्ज़ा साक़िब

बम्बई रात समुंदर

अमीक़ हनफ़ी

जहाँ मैं खड़ी थी

अम्बरीन सलाहुद्दीन

बाम से ढल चुका है आधा दिन

अम्बरीन सलाहुद्दीन

गुलाबी चोंच

अम्बर बहराईची

एक रियाज़त ये भी

अम्बर बहराईची

धनक

अम्बर बहराईची

हर लम्हा सैराबी की अर्ज़ानी है

अम्बर बहराईची

गर्दिश का इक लम्हा यूँ बेबाक हुआ

अम्बर बहराईची

ज़रा भी काम न आएगा मुस्कुराना क्या

आलोक मिश्रा

लगे जब सुबह की कश्ती किनारे शब

अलमास शबी

तराना-ए-हिन्दी

अल्लामा इक़बाल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.