किरण Poetry (page 6)

दर्द-ए-दिल के साथ क्या मेरे मसीहा कर दिया

गुहर खैराबादी

तुलू-ए-शब

गोपाल मित्तल

सुब्ह-ए-काज़िब

गोपाल मित्तल

एक इक लफ़्ज़ से मअनी की किरन फूटती है

ग़ुलाम मुर्तज़ा राही

हुजूम-ए-दर्द मिला इम्तिहान ऐसा था

ग़यास अंजुम

दिल की नय्या दो नैनों के मोह में डूबी जाए

ग़ौस सीवानी

चेहरे मकान राह के पत्थर बदल गए

फ़ुज़ैल जाफ़री

परछाइयाँ

फ़िराक़ गोरखपुरी

ये नर्म नर्म हवा झिलमिला रहे हैं चराग़

फ़िराक़ गोरखपुरी

आँखों में जो बात हो गई है

फ़िराक़ गोरखपुरी

दिन को थे हम इक तसव्वुर रात को इक ख़्वाब थे

फ़ारूक़ शफ़क़

हुए हैं सर्द दिमाग़ों के दहके दहके अलाव

फ़ारिग़ बुख़ारी

न ग़ुरूर है ख़िरद को न जुनूँ में बाँकपन है

फ़रीद जावेद

न ग़ुरूर है ख़िरद को न जुनूँ में बाँकपन है

फ़रीद जावेद

अफ़्साना-ए-शब-रंग

फ़रीद इशरती

बला से बर्क़ ने फूँका जो आशियाने को

फ़ैज़ी निज़ाम पुरी

मिरे वजूद को मौजूदगी दिखाती थी

फ़ैज़ान हाशमी

दो इश्क़

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

न किसी पे ज़ख़्म अयाँ कोई न किसी को फ़िक्र रफ़ू की है

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

नूर की किरन उस से ख़ुद निकलती रहती है

एजाज़ सिद्दीक़ी

तब हज़ारों अँधेरों से

एजाज़ रही

काले मौसमों की आख़िरी रात

एजाज़ रही

तकमील

एजाज़ फ़ारूक़ी

शुऊर-ए-नौ-उम्र हूँ न मुझ को मता-ए-रंज-ओ-मलाल देना

एहतिशामुल हक़ सिद्दीक़ी

बीमारी की ख़बर

एहतिशाम हुसैन

तुझे पसंद जो दिल की लगन नहीं आई

एहतिशाम हुसैन

देख कर जादा-ए-हस्ती पे सुबुक-गाम मुझे

एहतिशाम हुसैन

नज़र आती है सारी काएनात-ए-मै-कदा रौशन

एहसान दरबंगावी

हर शख़्स में कुछ लोग कमी ढूँड रहे हैं

डॉक्टर आज़म

गुलों पे ख़ाक-ए-मेहन के सिवा कुछ और नहीं

दर्शन सिंह

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.