भूमिका Poetry (page 8)

तरहदार कहाँ से लाऊँ

बेबाक भोजपुरी

अहसन तक़्वीम

बेबाक भोजपुरी

शो'ला-ए-गुल गुलाब शो'ला क्या

बशीर बद्र

समाअ'त के लिए इक इम्तिहाँ है

बकुल देव

कम न होगी ये सरगिरानी क्या

बकुल देव

चाल अपनी अदा से चलते हैं

बकुल देव

जो पी रहा है सदा ख़ून बे-गुनाहों का

बख़्श लाइलपूरी

उन्हें मुझ से शिकायत है

अज़रा नक़वी

माँगना ख़्वाहिश-ए-दीदार से आगे क्या है

अज़लान शाह

मैं दस्तरस से तुम्हारी निकल भी सकता हूँ

अज़ीज़ नबील

कोई किरदार अदा करता है क़ीमत इस की

अज़हर नवाज़

दाग़ चेहरे का यूँही छोड़ दिया जाता है

अज़हर नवाज़

क़यामत आएगी माना ये हादिसा होगा

अज़हर इनायती

कभी क़रीब कभी दूर हो के रोते हैं

अज़हर इनायती

शहर को आतिश-ए-रंजिश के धुआँ तक देखूँ

अज़हर हाश्मी

देख क़िंदील रुख़-ए-यार की जानिब मत देख

अज़हर अब्बास

इस क़दर ग़म है कि इज़हार नहीं कर सकते

अय्यूब ख़ावर

पूछते हैं तुझ को सफ़्फ़ाकी कहाँ रह कर मिली

औरंगज़ेब

वो बात जिस से ये डर था खुली तो जाँ लेगी

आतिफ़ ख़ान

कुछ तो मायूस दिल तेरे बस में भी है

असरारुल हक़ असरार

वो शख़्स फिर कहानी का उन्वान बन गया

असरा रिज़वी

बालीदगी-ए-ज़र्फ़ पे दिखलाए गए लोग

असरा रिज़वी

अब इस से पहले कि दुनिया से मैं गुज़र जाऊँ

अशोक साहिल

दुनिया को हादसों में गिरफ़्तार देखना

अशफ़ाक़ रशीद मंसूरी

अजनबियत थी मगर ख़ामोश इस्तिफ़्सार पर

अशहर हाशमी

कहाँ खो गए मेरे ग़म-ख़्वार अब

असग़र शमीम

ज़मीं की कोख से पहले शजर निकालता है

अरशद महमूद अरशद

सच की ख़ातिर सब कुछ खोया कौन लिखेगा

अरशद कमाल

क्या कहूँ कितना फ़ुज़ूँ है तेरे दीवाने का दुख

अरशद जमाल 'सारिम'

अंधे अदम वजूद के गिर्दाब से निकल

आरिफ़ शफ़ीक़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.