करार Poetry (page 6)

काली घटा कब आएगी फ़स्ल-ए-बहार में

सरदार गेंडा सिंह मशरिक़ी

हज़ार फूल लिए मौसम-ए-बहार आए

साक़िब लखनवी

हँस दे तो खिले कलियाँ गुलशन में बहार आए

सलीम रज़ा रीवा

दिल ने सीने में कुछ क़रार लिया

सालिक लखनवी

इश्क़ और नंग-ए-आरज़ू से आर

सलीम अहमद

फागुन

सलाहुद्दीन परवेज़

इश्क़ करने में दिल भी क्या है शोख़

सख़ी लख़नवी

सितम तू करता है लेकिन दुआ भी देता है

सज्जाद सय्यद

नवाह-ए-शौक़ में है इक दयार-ए-निकहत-ए-गुल

सज्जाद बाक़र रिज़वी

दिल ने पाया क़रार पहलू में

सैफ़ुद्दीन सैफ़

बे-ख़ुदी ले उड़ी हवास कहीं

सैफ़ुद्दीन सैफ़

तेरी आवाज़

साहिर लुधियानवी

हवस-नसीब नज़र को कहीं क़रार नहीं

साहिर लुधियानवी

हर एक फूल के दामन में ख़ार कैसा है

साहिर होशियारपुरी

हर घड़ी मुझ को बे-क़रार न कर

सहर महमूद

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा

साग़र सिद्दीक़ी

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा

साग़र सिद्दीक़ी

दुम

साग़र ख़य्यामी

कब हमें ख़ुद पे ए'तिबार आया

सादिक़ा फ़ातिमी

मुझे क़रार भँवर में उसे किनारे में

साबिर

रक्खे हर इक क़दम पे जो मुश्किल की आगही

सबीला इनाम सिद्दीक़ी

वफ़ा का बंदा हूँ उल्फ़त का पासदार हूँ मैं

साइल देहलवी

उसी हसीं से चमन में बहार आज भी है

रोहित सोनी ‘ताबिश’

ख़ुद अपना इंतिज़ार भी

रियाज़ लतीफ़

आफ़त हमारी जान को है बे-क़रार दिल

रियाज़ ख़ैराबादी

ज़िद हमारी दुआ से होती है

रियाज़ ख़ैराबादी

वक़ार-ए-शाह-ए-ज़विल-इक्तदार देख चुके

रिन्द लखनवी

गले लगाएँ बलाएँ लें तुम को प्यार करें

रिन्द लखनवी

न फूल हूँ न सितारा हूँ और न शो'ला हूँ

रिफ़अत सरोश

अब भी उसी तरह से इसे इंतिज़ार है

रज़ी रज़ीउद्दीन

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.