यात्रा Poetry (page 32)

जाने क्या है जिसे देखो वही दिल-गीर लगे

राज़ी अख्तर शौक़

अब सफ़र हो तो कोई ख़्वाब-नुमा ले जाए

राज़ी अख्तर शौक़

यूँही ज़ालिम का रहा राज अगर अब के बरस

रज़ा मौरान्वी

इस तरह आँखों को नम दिल पर असर करते हुए

रज़ा मौरान्वी

हुस्न की फ़ितरत में दिल-आज़ारियाँ

रज़ा लखनवी

दिल को मामूर करो जज़्ब-ओ-असर से पहले

रज़ा जौनपुरी

हम सकूँ पाएँगे सलमाओं में क्या

रज़ा हमदानी

किस लिए सहरा के मुहताज-ए-तमाशा होजिए

रज़ा अज़ीमाबादी

हर नफ़स मूरिद-ए-सफ़र हैं हम

रज़ा अज़ीमाबादी

लड़खड़ाना भी है तकमील-ए-सफ़र की तम्हीद

रविश सिद्दीक़ी

तुझ पे खुल जाए कि क्या मेहर को शबनम से मिला

रविश सिद्दीक़ी

उम्र भर पेश-ए-नज़र माह-ए-तमाम आते रहे

रौनक़ रज़ा

ठोकरों की शय परस्तिश की नज़र तक ले गए

रौनक़ रज़ा

न जाने कब से मैं गर्द-ए-सफ़र की क़ैद में था

रौनक़ रज़ा

अँधेरी खाई से गोया सफ़र चटान का था

रौनक़ रज़ा

जितना पाता हूँ गँवा देता हूँ

रउफ़ रज़ा

सिलसिले ये कैसे हैं टूट कर नहीं मिलते

रउफ़ ख़लिश

क़ातिल सभी थे चल दिए मक़्तल से रातों रात

रउफ़ ख़लिश

कितनी सदियों से लम्हों का लोबान जलता रहा

रउफ़ ख़लिश

वो ख़ुश-सुख़न तो किसी पैरवी से ख़ुश न हुआ

रऊफ़ ख़ैर

पत्ते तमाम हल्क़ा-ए-सरसर में रह गए

रऊफ़ ख़ैर

घर से निकल के आए हैं बाज़ार के लिए

रसूल साक़ी

गर्म हर लम्हा लहू जिस्म के अंदर रखना

रासिख़ इरफ़ानी

ग़फ़लत में कटी उम्र न हुश्यार हुए हम

रासिख़ अज़ीमाबादी

ख़िज़ाँ की बात न ज़िक्र-ए-बहार करते हैं

रशक खलीली

रौशनी बन के अँधेरे पे असर हम ने किया

राशिद तराज़

ये जो मेरे अंदर फैली ख़ामोशी है

राशिद क़य्यूम अनसर

लाख मुझे दोश पे सर चाहिए

राशिद मुफ़्ती

और ज़रा कज मिरी कुलाह तो होती

राशिद मुफ़्ती

सवाल गूँज के चुप हैं जवाब आए नहीं

राशिद जमाल फ़ारूक़ी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.