सामने Poetry (page 28)

मैं सोज़-ए-दरूँ अपना दिखा भी नहीं सकता

अहमद अली बर्क़ी आज़मी

घर से निकलना जब मिरी तक़दीर हो गया

आग़ाज़ बरनी

रुख़्सार के परतव से बिजली की नई धज है

आग़ा शाएर क़ज़लबाश

न निकला मुँह से कुछ निकली न कुछ भी क़ल्ब-ए-मुज़्तर की

आग़ा शाएर क़ज़लबाश

मुझ को आता है तयम्मुम न वज़ू आता है

आग़ा शाएर क़ज़लबाश

हवस गुलज़ार की मिस्ल-ए-अनादिल हम भी रखते थे

आग़ा हज्जू शरफ़

ख़ाली हुआ गिलास नशा सर में आ गया

अफ़ज़ाल नवेद

जहाँ तुम ये नज़्म ख़त्म करोगी

अफ़ज़ाल अहमद सय्यद

पयाम-ए-आश्ती इक ढोंग दोस्ती का था

आफ़ताब शम्सी

नज़र के सामने रहना नज़र नहीं आना

आफ़ताब इक़बाल शमीम

जो कुछ निगाह में है हक़ीक़त में वो नहीं

आफ़ताब हुसैन

करता कुछ और है वो दिखाता कुछ और है

आफ़ताब हुसैन

हर फूल है हवाओं के रुख़ पर खिला हुआ

आफ़ताब हुसैन

समय

अफ़रोज़ आलम

बरसों के जैसे लम्हों में ये रात गुज़रती जाएगी

अफ़ीफ़ सिराज

ज़मीं छोड़ कर मैं किधर जाऊँगा

आदिल मंसूरी

दूर उफ़ुक़ के पार से आवाज़ के पर्वरदिगार

आदिल मंसूरी

तअल्लुक़ अपनी जगह तुझ से बरक़रार भी है

अदीम हाशमी

रख़्त-ए-सफ़र यूँही तो न बेकार ले चलो

अदीम हाशमी

इक पल बग़ैर देखे उसे क्या गुज़र गया

अदीम हाशमी

मोहब्बत की सज़ा पाई बहुत है

अदील ज़ैदी

ख़ुद हिजाबों सा ख़ुद जमाल सा था

अदा जाफ़री

हिस नहीं तड़प नहीं बाब-ए-अता भी क्यूँ खुले

अदा जाफ़री

बाग़बाँ जश्न-ए-बहाराँ नहीं होने देते

अबरार किरतपुरी

आगे बढ़ने वाले

अबरार अहमद

ये भी तो कमाल हो गया है

अबरार अहमद

जब आसमान पर मह-ओ-अख़्तर पलट कर आए

आबिद मुनावरी

अगले पड़ाव पर यूँही ख़ेमा लगाओगे

आबिद मुनावरी

बड़े सुकून से अफ़्सुर्दगी में रहता हूँ

आबिद मलिक

मज़ीद कुछ नहीं बोला मैं हो गया ख़ामोश

अब्दुर्राहमान वासिफ़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.