सोच Poetry (page 11)

अब तो इक पल के लिए भी न गंवाएँगे तुम्हें

राशिद अनवर राशिद

तेरी मेहंदी में मिरे ख़ूँ की महक आ जाए

राशिद अमीन

शायद

राशिद आज़र

इंकिशाफ़

राशिद आज़र

मालूम है वो मुझ से ख़फ़ा है भी नहीं भी

राशिद आज़र

ख़याल की तरह चुप हो सदा हुए होते

राशिद आज़र

तुझ से भी हसीं है तिरे अफ़्कार का रिश्ता

रशीद क़ैसरानी

रात क्या सोच रहा था मैं भी

रसा चुग़ताई

मैं ने सोचा था इस अजनबी शहर में ज़िंदगी चलते-फिरते गुज़र जाएगी

रसा चुग़ताई

सर से उतरे नहीं फूल मंज़िल की धुन हम-सफ़र बात सुन

रऊफ़ अमीर

इस उजड़े शहर के आसार तक नहीं पहुँचे

रऊफ़ अमीर

मेरी ईज़ा में ख़ुशी जब आप की पाते हैं लोग

रंगीन सआदत यार ख़ाँ

हमदमो क्या मुझ को तुम उन से मिला सकते नहीं

रंगीन सआदत यार ख़ाँ

कहाँ किसी की हिमायत में मारा जाऊँगा

राणा सईद दोशी

ऐब जो मुझ में हैं मेरे हैं हुनर तेरा है

रम्ज़ अज़ीमाबादी

हम तो दिन-रात इसी सोच में मर जाएँगे

राम नाथ असीर

सफ़र के नक़्शे में चटियल ज़मीं बनाई गई

राकिब मुख़्तार

चराग़ बुझने लगे और छाई तारीकी

राकिब मुख़्तार

अजब नहीं है मुआलिज शिफ़ा से मर जाएँ

राकिब मुख़्तार

हर इक छोटी से छोटी बात पर नादाँ निकलती है

रजनीश सचन

दोस्तो क्या है तकल्लुफ़ मुझे सर देने में

राजेन्द्र मनचंदा बानी

कुछ इस क़दर मैं ख़िरद के असर में आ गया हूँ

राजेश रेड्डी

शाम कठिन है रात कड़ी है

राजेन्द्र नाथ रहबर

कम-निगही

राज नारायण राज़

ये ज़र्द चेहरा ये दर्द-ए-पैहम कोई सुनेगा तो क्या कहेगा

रईस सिद्दीक़ी

गर्म ज़मीं पर आ बैठे हैं ख़ुश्क लब-ए-महरूम लिए

रईस फ़रोग़

गलियों में आज़ार बहुत हैं घर में जी घबराता है

रईस फ़रोग़

देर तक मैं तुझे देखता भी रहा

रईस फ़रोग़

कू-ए-जानाँ मुझ से हरगिज़ इतनी बेगाना न हो

रईस अमरोहवी

रंग लाती भी तो किस तौर जबीं-साई मिरी

राहुल झा

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.