ज़याँ Poetry (page 7)

ढूँढता हूँ रोज़-ओ-शब कौन से जहाँ में है

एजाज़ गुल

मज़दूर

दाऊद ग़ाज़ी

इल्म

दाऊद ग़ाज़ी

फ़िदा अल्लाह की ख़िल्क़त पे जिस का जिस्म ओ जाँ होगा

दत्तात्रिया कैफ़ी

दर्द तू जो करे है जी का ज़ियाँ

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

मिट्टी था और दूध में गूँधा गया मुझे

दानियाल तरीर

बी.टी-नामा

कर्नल मोहम्मद ख़ान

हर इक इम्कान तक पस्पाई है अपनी

चंद्र प्रकाश शाद

कब एक रंग में दुनिया का हाल ठहरा है

बिलक़ीस ज़फ़ीरुल हसन

रक़्क़ासा-ए-औहाम

बेबाक भोजपुरी

कहता है हर मकीं से मकाँ बोलते रहो

बाक़ी सिद्दीक़ी

ख़्वाहिश-ए-सूद थी सौदे में मोहब्बत के वले

बक़ा उल्लाह 'बक़ा'

ख़ाल-ए-लब आफ़त-ए-जाँ था मुझे मालूम न था

बक़ा उल्लाह 'बक़ा'

ख़ाल-ए-लब आफ़त-ए-जाँ था मुझे मालूम न था

बक़ा उल्लाह 'बक़ा'

गुम हुए जाते हैं धड़कन के निशाँ हम-नफ़सो

बद्र-ए-आलम ख़लिश

मुझे कल अचानक ख़याल आ गया आसमाँ खो न जाए

अज़्म बहज़ाद

जो यहाँ हाज़िर है वो मिस्ल-ए-गुमाँ मौजूद है

अज़्म बहज़ाद

ये ग़लत है ऐ दिल-ए-बद-गुमाँ कि वहाँ किसी का गुज़र नहीं

अज़ीज़ लखनवी

वही दाग़-ए-लाला की बात है कि ब-नाम-ए-हुस्न उधर गई

अज़ीज़ हामिद मदनी

नहीं है पर कोई इम्कान हो भी सकता है

अज़हर नक़वी

शहर को आतिश-ए-रंजिश के धुआँ तक देखूँ

अज़हर हाश्मी

आज़ुर्दा निगाहों पे ये मंज़र नहीं उतरा

अज़हर हाश्मी

यक़ीं बनाता है कोई गुमाँ बनाता है

आज़र तमन्ना

अपनी सारी काविशों को राएगाँ मैं ने किया

आज़ाद गुलाटी

तू भी तो एक लफ़्ज़ है इक दिन मिरे बयाँ में आ

अतीक़ुल्लाह

पस-ए-दीवार हुज्जत किस लिए है

अता आबिदी

फ़िक्र

असरार-उल-हक़ मजाज़

आहंग-ए-नौ

असरार-उल-हक़ मजाज़

रंग सारे अपने अंदर रफ़्तगाँ के हैं

असलम महमूद

न मलाल-ए-हिज्र न मुंतज़िर हैं हवा-ए-शाम-ए-विसाल के

असलम महमूद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.