ज़याँ Poetry (page 8)

जल रहा हूँ तो अजब रंग ओ समाँ है मेरा

असलम महमूद

बुझ गए मंज़र उफ़ुक़ पर हर निशाँ मद्धम हुआ

असलम महमूद

क़ल्ब-ओ-नज़र का सुकूँ और कहाँ दोस्तो

अरशद सिद्दीक़ी

सपेदी रंग-ए-जहाँ में नहीं मिलाता हूँ

अरशद जमाल हश्मी

उम्र-भर का हुआ ज़ियाँ जानाँ

आरिफ़ इशतियाक़

चाँद मेरे घर में उतरा था कहीं डूबा न था

आरिफ़ अब्दुल मतीन

एहसास-ए-ज़ियाँ हम में से अक्सर में नहीं था

अक़ील अब्बास जाफ़री

देखा जो मर्ग तो मरना ज़ियाँ न था

अनवर देहलवी

और कुछ दिन ख़राब हो लीजे

अंजुम रूमानी

है जो तासीर सी फ़ुग़ाँ में अभी

अंजुम रूमानी

निकलो भी कभी सूद-ओ-ज़ियाँ से वर्ना

अंजुम आज़मी

वा'दा है कि जब रोज़-ए-जज़ा आएगा

अंजुम आज़मी

हमेशा किसी इम्तिहाँ में रहा

अनीस अशफ़ाक़

तुम्हारे शहर में इतने मकाँ गिरे कैसे

अनीस अंसारी

शिकवा

अल्लामा इक़बाल

ला-इलाहा-इल्लल्लाह

अल्लामा इक़बाल

गोरिस्तान-ए-शाही

अल्लामा इक़बाल

अगर कज-रौ हैं अंजुम आसमाँ तेरा है या मेरा

अल्लामा इक़बाल

सवाद-ए-शौक़-ओ-तलब ग़म का बाब ऐसा था

अली वजदान

उर्दू

अली सरदार जाफ़री

सुब्ह हर उजाले पे रात का गुमाँ क्यूँ है

अली सरदार जाफ़री

अब भी ज़र्रों पे सितारों का गुमाँ है कि नहीं

आलमताब तिश्ना

निकल रहा हूँ यक़ीं की हद से गुमाँ की जानिब

अकरम महमूद

कार-नामा

अख़्तर-उल-ईमान

अहद-ए-वफ़ा का क़र्ज़ अदा कर दिया गया

अख़्तर ज़ियाई

ख़ाक में मिलना था आख़िर बे-निशाँ होना ही था

अजीत सिंह हसरत

क़िस्सा-ए-ख़्वाब हूँ हासिल नहीं कोई मेरा

ऐन ताबिश

एहसास की मंज़िल से गुज़र जाएगा आख़िर

अहमद ज़िया

ख़्वाब-ए-ज़ियाँ हैं उम्र का ख़्वाब हैं हासिल-ए-हयात

अहमद शहरयार

राज़-ए-दरून-ए-आस्तीं कश्मकश-ए-बयाँ में था

अहमद शहरयार

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.