उजागर Poetry (page 5)

पिए जा

हफ़ीज़ जालंधरी

अभी तो मैं जवान हूँ

हफ़ीज़ जालंधरी

अब ख़ूब हँसेगा दीवाना

हफ़ीज़ जालंधरी

मुलाक़ात

हबीब जालिब

शराब पी जान तन में आई अलम से था दिल कबाब कैसा

हबीब मूसवी

मुझ को दिमाग़-ए-शेवन-ओ-आह-ओ-फ़ुग़ाँ नहीं

हबीब अहमद सिद्दीक़ी

जो पिन्हाँ था वही हर सू अयाँ है

गोया फ़क़ीर मोहम्मद

मिरी आह-ओ-फ़ुग़ाँ कुछ भी नहीं है

गोर बचन सिंह दयाल मग़मूम

मैं अपने सूरज के साथ ज़िंदा रहूँगा तो ये ख़बर मिलेगी

ग़ुलाम हुसैन साजिद

शम्अ-रू आशिक़ को अपने यूँ जलाना चाहिए

ग़मगीन देहलवी

मुनव्वर जिस्म-ओ-जाँ होने लगे हैं

फ़सीह अकमल

शुऊर-ओ-फ़िक्र की तज्दीद का गुमाँ तो हुआ

फ़रहत क़ादरी

आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर

फ़रहत कानपुरी

आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर

फ़रहत कानपुरी

कैसे मंज़र हैं जो इदराक में आ जाते हैं

फ़रह इक़बाल

ये किस क़यामत की बेकसी है ज़मीं ही अपना न यार मेरा

फ़ानी बदायुनी

तेरा निगाह-ए-शौक़ कोई राज़-दाँ न था

फ़ानी बदायुनी

चेहरे से कब अयाँ है मिरे इज़्तिरार भी

फख़्र अब्बास

फिर ज़बान-ए-इश्क़ चश्म-ए-ख़ूँ-फिशाँ होने लगी

फ़ैज़ी निज़ाम पुरी

न किसी पे ज़ख़्म अयाँ कोई न किसी को फ़िक्र रफ़ू की है

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

सजन मुझ पर बहुत ना-मेहरबाँ है

फ़ाएज़ देहलवी

यहीं था बैठा हुआ दरमियाँ कहाँ गया मैं

एजाज़ गुल

बुलंद फ़िक्र की हर शे'र से अयाँ हो रमक़

डॉक्टर आज़म

मज़दूर

दाऊद ग़ाज़ी

कब ख़मोशी को मोहब्बत की ज़बाँ समझा था मैं

दर्शन सिंह

बे-ज़बानी ज़बाँ न हो जाए

दाग़ देहलवी

बे-ख़ुदी में है न वो पी कर सँभल जाने में है

चरख़ चिन्योटी

ख़ाक-ए-हिंद

चकबस्त ब्रिज नारायण

जो न करना था किया जो कुछ न होना था हुआ

बिस्मिल इलाहाबादी

रिस रहा है मुद्दत से कोई पहला ग़म मुझ में

बिलाल अहमद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.