बादल Poetry (page 4)

चढ़ता सूरज उड़ता बादल बहता दरिया कुछ भी नहीं

तनवीर गौहर

कोई आवाज़ नहीं

तनवीर अंजुम

सूरज सारा शहर डराता रहता है

तनवीर अंजुम

ये जो कुछ आज है कल तो नहीं है

ताज भोपाली

जब उस की तस्वीर बनाया करता था

तहज़ीब हाफ़ी

मुझ सा अंजान किसी मोड़ पे खो सकता है

तहसीन फ़िराक़ी

कोई हसीं मंज़र आँखों से जब ओझल हो जाएगा

ताहिर फ़राज़

दश्त-ए-तन्हाई बादल हवा और मैं

ताबिश मेहदी

दिल के सहरा में बड़े ज़ोर का बादल बरसा

ताब असलम

कलाम-ए-सख़्त कह कह कर वो क्या हम पर बरसते हैं

सय्यद यूसुफ़ अली खाँ नाज़िम

कहीं एक मासूम नाज़ुक सी लड़की मरे ज़िक्र पर झेंप जाती तो होगी

सय्यद शकील दस्नवी

क्या भरोसा है उन्हें छोड़ के लाचार न जा

सय्यद सग़ीर सफ़ी

बेवफ़ा था तो नहीं वो, मगर ऐसा भी हुआ

सय्यद काशिफ़ रज़ा

अपने गुज़रे हुए लम्हात ज़रा याद करो

सय्यद आरिफ़ अली

वो ख़ुद को मेरे अंदर ढूँडता है

सय्यद अमीन अशरफ़

लरज़ रहा था फ़लक अर्ज़-ए-हाल ऐसा था

सय्यद अमीन अशरफ़

एक जग बीत गया झूम के आए बादल

सय्यद अहमद शमीम

कोई बरसा न सर-ए-किश्त-ए-वफ़ा

सय्यद आबिद अली आबिद

गर्दिश-ए-जाम नहीं रुक सकती

सय्यद आबिद अली आबिद

चैन पड़ता है दिल को आज न कल

सय्यद आबिद अली आबिद

मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी

सुल्तान अख़्तर

सिलसिला मेरे सफ़र का कभी टूटा ही नहीं

सुल्तान अख़्तर

तिरे हिरमाँ-नसीबों की भी क्या तक़दीर है साक़ी

सुलैमान आसिफ़

कुछ और गुमरही-ए-दिल का राज़ क्या होगा

सूफ़ी तबस्सुम

डोर

सुबोध लाल साक़ी

टूट कर अंदर से बिखरे और हम जल-थल हुए

सिद्दीक़ा शबनम

चलते चलते चले आए हैं परेशानी में

सिद्दीक़ शाहिद

मसअले का हल न निकला देर तक

श्याम सुन्दर नंदा नूर

गरचे बादल पानी बरसाता हुआ घर घर फिरा

शुजा ख़ावर

हर लम्हा था सौ साल का टलता भी तो कैसे

शोहरत बुख़ारी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.