ब्रह्म Poetry (page 2)

सफ़र करो तो इक आलम दिखाई देता है

सुहैल अहमद ज़ैदी

हज़ार नक़्स हैं मुझ में मिरे कमाल को देख

सिकंदर अली वज्द

यहाँ तो क़ाफ़िले भर को अकेला छोड़ देते हैं

शुजा ख़ावर

क़ुल्ज़ुम-ए-उल्फ़त में वो तूफ़ान का आलम हुआ

शेर सिंह नाज़ देहलवी

नहीं सबात बुलंदी-ए-इज्ज़-ओ-शाँ के लिए

ज़ौक़

हुए क्यूँ उस पे आशिक़ हम अभी से

ज़ौक़

कौन बरहम है ज़ुल्फ़-ए-जानाँ से

शैख़ अली बख़्श बीमार

यूँ अपने दिल के बोझ को कुछ कम किया गया

शहज़ाद रज़ा लम्स

वो दिल भी जलाते हैं रख देते हैं मरहम भी

शमीम करहानी

रखना है तो फूलों को तू रख ले निगाहों में

शमीम करहानी

गो तही-दामन हूँ लेकिन ग़म नहीं

शमीम जयपुरी

दूर तक फैला हुआ है एक अन-जाना सा ख़ौफ़

शमीम फ़ारूक़ी

तुझ से बरहम हूँ कभी ख़ुद से ख़फ़ा

शकील बदायुनी

ज़लज़ला

शकील बदायुनी

लम्हा लम्हा बार है तेरे बग़ैर

शकील बदायुनी

बीत गया हंगाम-ए-क़यामत रोज़-ए-क़यामत आज भी है

शकील बदायुनी

मौत

शहरयार

साहिल पे ये टूटे हुए तख़्ते जो पड़े हैं

शहूद आलम आफ़ाक़ी

गाँव रफ़्ता रफ़्ता बनते जाते हैं अब शहर

शफ़ीक़ सलीमी

ख़ुदा ही उस चुप की दाद देगा कि तुर्बतें रौंदे डालते हैं

शाद लखनवी

जब तक हम हैं मुमकिन ही नहीं ना-महरम महरम हो जाएँ

शाद आरफ़ी

बरहमन कहता था बरहम शैख़ बोल उठा अहद

सीमाब अकबराबादी

जरस है कारवान-ए-अहल-ए-आलम में फ़ुग़ाँ मेरी

सीमाब अकबराबादी

आँख से टपका जो आँसू वो सितारा हो गया

सीमाब अकबराबादी

अंजाम ख़ुशी का दुनिया में सच कहते हो ग़म होता है

सययद मोहम्म्द अब्दुल ग़फ़ूर शहबाज़

कौन है किस ने पुकारा है सदा कैसे हुई

सरमद सहबाई

मैं खिल नहीं सका कि मुझे नम नहीं मिला

साक़ी फ़ारुक़ी

नींद से पहले

सलीम अहमद

ये धरती ख़ूब-सूरत है

सलाम मछली शहरी

नाकामी

साहिर लुधियानवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.