देख Poetry (page 41)

आँखें जिन को देख न पाएँ सपनों में बिखरा देना

रईस फ़रोग़

कू-ए-जानाँ मुझ से हरगिज़ इतनी बेगाना न हो

रईस अमरोहवी

बता क्या क्या तुझे ऐ शौक-ए-हैराँ याद आता है

रईस अमरोहवी

तल्ख़ी-ए-ग़म का जो है मुकम्मल जवाब ला

रहमत इलाही बर्क़ आज़मी

दब गईं मौजें यकायक जोश में आने के बा'द

रहमत इलाही बर्क़ आज़मी

बे-नाम सी ख़लिश कि जो दिल में जिगर में है

राही शहाबी

पहचान कम हुई न शनासाई कम हुई

राही कुरैशी

तश्बीब

राही मासूम रज़ा

तआरुफ़

राही मासूम रज़ा

चोर

राही मासूम रज़ा

चाँद और चकोर

राही मासूम रज़ा

वक़्त के इंतिज़ार में वो है

राही फ़िदाई

मता-ओ-माल-ए-हवस हुब्ब-ए-आल सामने है

राही फ़िदाई

चुप है आग़ाज़ में, फिर शोर-ए-अजल पड़ता है

इरफ़ान सत्तार

कितनी दूर से चलते चलते ख़्वाब-नगर तक आई हूँ

इरम ज़ेहरा

मैं कि वक़्फ़-ए-ग़म-ए-दौराँ न हुआ था सो हुआ

इक़बाल उमर

अंजाम-ए-वफ़ा भी देख लिया अब किस लिए सर ख़म होता है

इक़बाल सुहैल

मुझे नहीं है कोई वहम अपने बारे में

इक़बाल साजिद

ऐसे घर में रह रहा हूँ देख ले बे-शक कोई

इक़बाल साजिद

मिरे लबों का तबस्सुम तो सब ने देख लिया

इक़बाल सफ़ी पूरी

गुज़र गई जो चमन पर वो कोई क्या जाने

इक़बाल सफ़ी पूरी

दामन-ए-दिल है तार तार अपना

इक़बाल सफ़ी पूरी

उस ने दिल से निकाल रक्खा है

इक़बाल पयाम

न कोई ग़ैर न अपना दिखाई देता है

इक़बाल मिनहास

बंद आँखों में सारा तमाशा देख रहा था

इक़बाल ख़ुसरो क़ादरी

बंद आँखों में सारा तमाशा देख रहा था

इक़बाल ख़ुसरो क़ादरी

तिरी पहली दीद के साथ ही वो फ़ुसूँ भी था

इक़बाल कौसर

कभी आइने सा भी सोचना मुझे आ गया

इक़बाल कौसर

पाता हूँ इज़्तिराब रुख़-ए-पुर-हिजाब में

इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल

नज़र जिन की उलझ जाती है उन की ज़ुल्फ़-ए-पेचाँ से

इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.