कारवां Poetry (page 6)

ज़िक्र-ए-तूफ़ाँ भी अबस है मुतमइन है दिल मिरा

रशीद शाहजहाँपुरी

ज़ाद-ए-सफ़र

राशिद आज़र

चाँद तन्हा है कहकशाँ तन्हा

रशीदुज़्ज़फ़र

खुला ये उन के अंदाज़-ए-बयाँ से

रशीद रामपुरी

न छोड़ा दिल-ए-ख़स्ता-जाँ चलते चलते

रशीद लखनवी

तुम्हारा क़ुर्ब वजह-ए-इज़्तिराब-ए-दिल न बन जाए

रम्ज़ आफ़ाक़ी

आँखों में तेज़ धूप के नेज़े गड़े रहे

राम रियाज़

लाज़िम है सोज़-ए-इश्क़ का शोला अयाँ न हो

रजब अली बेग सुरूर

ज़ौक़-ए-सुजूद ले गया मुझ को कहाँ कहाँ

राज कुमार सूरी नदीम

दुनिया में जो समझते थे बार-ए-गिराँ मुझे

रईस सिद्दीक़ी

ये कर्बला है नज़्र-ए-बला हम हुए कि तुम

रईस अमरोहवी

'रईस' अश्कों से दामन को भिगो लेते तो अच्छा था

रईस अमरोहवी

'रईस' अश्कों से दामन को भिगो लेते तो अच्छा था

रईस अमरोहवी

मुक़र्रेबीन में रम्ज़-आशना कहाँ निकले

रईस अमरोहवी

दिल से या गुल्सिताँ से आती है

रईस अमरोहवी

जुनूँ में हम रह-ए-ख़ौफ़-ओ-ख़तर से गुज़रे हैं

इक़बाल माहिर

सब समझते हैं कि हम किस कारवाँ के लोग हैं

इक़बाल अज़ीम

ग़म नहीं मुझ को जो वक़्त-ए-इम्तिहाँ मारा गया

इम्दाद इमाम असर

हर तरफ़ मज्मा-ए-आशिक़ाँ है

इमदाद अली बहर

आहों से होंगे गुम्बद-ए-हफ़्त-आसमाँ ख़राब

इमदाद अली बहर

ज़ुहूर-ए-पैकरी सहरा में है सिर्फ़ इक निशाँ मेरा

इज्तिबा रिज़वी

चुराने को चुरा लाया मैं जल्वे रू-ए-रौशन से

इज्तिबा रिज़वी

छलकती आए कि अपनी तलब से भी कम आए

इब्न-ए-सफ़ी

अब बताओ जाएगी ज़िंदगी कहाँ यारो

हिमायत अली शाएर

ये और बात है हर शख़्स के गुमाँ में नहीं

हीरा लाल फ़लक देहलवी

तारों से माहताब से और कहकशाँ से क्या

हीरा लाल फ़लक देहलवी

सुकून-ए-दिल के लिए और क़रार-ए-जाँ के लिए

हीरा लाल फ़लक देहलवी

दोपहर रात आ चुकी हीला-बहाना हो चुका

हातिम अली मेहर

अपना सा शौक़ औरों में लाएँ कहाँ से हम

हसरत मोहानी

दामन है मेरा दश्त का दामान दूसरा

हसरत अज़ीमाबादी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.