उजाले Poetry (page 5)

हर नई रुत में नया होता है मंज़र मेरा

बशर नवाज़

लोग भूके हैं बहुत और निवाले कम हैं

बलवान सिंह आज़र

चराग़ों में अँधेरा है अँधेरे में उजाले हैं

बद्र वास्ती

कहानी

अज़ीज़ तमन्नाई

चाँदनी रात में

अज़ीज़ तमन्नाई

आँखों के ग़म-कदों में उजाले हुए तो हैं

अज़ीज़ नबील

फूँक देंगे मिरे अंदर के उजाले मुझ को

अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा

रह गया दीदा-ए-पुर-आब का सामाँ हो कर

अज़हर नक़वी

कुछ आरज़ी उजाले बचाए हुए हैं लोग

अज़हर इनायती

घर तो हमारा शो'लों के नर्ग़े में आ गया

अज़हर इनायती

वो क्या तलब थी तिरे जिस्म के उजाले की

अता शाद

दिलों के दर्द जगा ख़्वाहिशों के ख़्वाब सजा

अता शाद

कैसे रफ़ू हों चाक-ए-गरेबाँ मैं भी सोचूँ तू भी सोच

असरारुल हक़ असरार

अब और चलने का इस दिल में हौसला ही न था

असलम अंसारी

दर्द लेंगे न हम दवा लेंगे

अशरफ़ नक़वी

उस आँख न उस दिल से निकाले हुए हम हैं

अशफ़ाक़ हुसैन

किसी की चाह में ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है

असग़र वेलोरी

इतना एहसास तो दे पालने वाले मुझ को

असग़र मेहदी होश

हम ज़ीस्त की मौजों से किनारा नहीं करते

अरशद कमाल

किताब-ए-इश्क़ के जो मो'तबर रिसाले हैं

अंजुम बाराबंकवी

मिरे हाल पर मेहरबानी करे

अमीर क़ज़लबाश

आईना देख कर न तो शीशे को देख कर

अम्बर वसीम इलाहाबादी

मैं अपनी वुसअतों को उस गली में भूल जाता हूँ

अम्बर बहराईची

अब भी रौशन हैं

अली सरदार जाफ़री

सुब्ह हर उजाले पे रात का गुमाँ क्यूँ है

अली सरदार जाफ़री

बारिश के घनघोर हवाले गिनता रहता हूँ

अली इमरान

चाँदी वाले, शीशे वाले, आँखों वाले शहर में

अली अकबर नातिक़

हिज्र की शाम से ज़ख़्मों के दोशाले माँगूँ

अकमल इमाम

एक लड़का

अख़्तर-उल-ईमान

बुलावा

अख़्तर-उल-ईमान

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.