पहलू Poetry (page 3)

जो नहीं मुमकिन कभी मुमकिन वो होना चाहिए

उरूज ज़ेहरा ज़ैदी

तज़्किरा हो तिरा ज़माने में

उमैर मंज़र

ख़ुद को हर रोज़ इम्तिहान में रख

उमैर मंज़र

बना के वहम ओ गुमाँ की दुनिया हक़ीक़तों के सराब देखूँ

उमैर मंज़र

दिल था पहलू में तो कहते थे तमन्ना क्या है

तौसीफ़ तबस्सुम

बजा कि दरपय-ए-आज़ार चश्म-ए-तर है बहुत

तौसीफ़ तबस्सुम

अक्स-ए-ज़ंजीर पे जाँ देने के पहलू दूँगा

तसनीम फ़ारूक़ी

एक सन्नाटा सा तक़रीर में रक्खा गया था

तसनीम आबिदी

अजीब दर्द का रिश्ता था सब के सब रोए

तारिक़ नईम

अब नए रुख़ से हक़ाएक़ को उलट कर देखो

तारिक़ बट

सुर्ख़ फंदे सुनहरी मालाएँ

तनवीर मोनिस

लम्हा-ए-इमकान को पहलू बदलते देखना

तनवीर अंजुम

लम्हा-ए-इमकान को पहलू बदलते देखना

तनवीर अंजुम

वो कम-सुख़न न था पर बात सोच कर करता

तैमूर हसन

शर्मिंदा हम जुनूँ से हैं एक एक तार के

ताबिश देहलवी

बहुत जबीन-ओ-रुख़-ओ-लब बहुत क़द-ओ-गेसू

ताबिश देहलवी

दिल के सहरा में बड़े ज़ोर का बादल बरसा

ताब असलम

जिस तरफ़ बैठते थे वस्ल में आप

तअशशुक़ लखनवी

मुँह जो फ़ुर्क़त में ज़र्द रहता है

तअशशुक़ लखनवी

ख़ुद से लिपट के रो लें बहुत मुस्कुरा लिए

सय्यदा नफ़ीस बानो शम्अ

कहीं एक मासूम नाज़ुक सी लड़की मरे ज़िक्र पर झेंप जाती तो होगी

सय्यद शकील दस्नवी

न हो तू जिस में वो दिल भी है क्या दिल

सय्यद नज़ीर हसन सख़ा देहलवी

तर्क शौक़-ए-शराब क्या करते

सय्यद मोहम्मद ज़फ़र अशक संभली

कुछ इस अंदाज़ से हैं दश्त में आहू निकल आए

सय्यद मंज़ूर हैदर

पहलू-ए-ग़ैर में दुख-दर्द समोने न दिया

सय्यद काशिफ़ रज़ा

शिकवा गर कीजे तो होता है गुमाँ तक़्सीर का

सय्यद हामिद

इश्वा क्यूँ दिल-रुबा नहीं होता

सय्यद हामिद

हम से वो बे-रुख़ी से मिलता है

सय्यद हामिद

हक़ किसी का अदा नहीं होता

सय्यद हामिद

आई नहीं क्या क़ैद है गुलशन में सबा भी

सय्यद हामिद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.