रास्ता Poetry (page 7)

उदास मौसम के रतजगों में

सादुल्लाह शाह

वक़्त तो वक़्त है रुकता नहीं इक पल के लिए

सादुल्लाह शाह

क्यूँ न हम सोच के साँचे में ही ढल कर देखें

सादुल्लाह शाह

रूठे हुए कि अपने ज़रा अब मनाए ज़ुल्फ़

रियाज़ ख़ैराबादी

दर्द ग़ज़ल में ढलने से कतराता है

रियाज़ मजीद

सफ़र में रस्ता बदलने के फ़न से वाक़िफ़ है

रेहाना रूही

जो भी कुछ अच्छा बुरा होना है जल्दी हो जाए

रउफ़ रज़ा

हर मौसम में ख़ाली-पन की मजबूरी हो जाओगे

रउफ़ रज़ा

कोई रस्ता कोई रहरव कोई अपना नहीं मिलता

राशिद क़य्यूम अनसर

इस ए'तिबार से वो ज़ूद-रंज अच्छा है

राशिद मुराद

आस-महल

राशिद हसन राना

पत्थर पड़े हुए कहीं रस्ता बना हुआ

राशिद अमीन

जुज़ और क्या किसी से है झगड़ा फ़क़ीर का

राशिद अमीन

मुंतज़िर आँखों में जमता ख़ूँ का दरिया देखते

राशिद आज़र

जिस की गिरह में माल नहीं है

रशीद रामपुरी

हाथ में ख़ंजर आ सकता है

रसा चुग़ताई

हर इक दरवेश का क़िस्सा अलग है

रसा चुग़ताई

इश्क़ था और अक़ीदत से मिला करते थे

रम्ज़ी असीम

फिर वही तू साथ मेरे फिर वही बस्ती पुरानी

राजेन्द्र मनचंदा बानी

चमकती आँख में सहरा दिखाई साफ़ देता है

राजेन्द्र मनचंदा बानी

अजीब तजरबा था भीड़ से गुज़रने का

राजेन्द्र मनचंदा बानी

किस तरह जीते हैं ये लोग बता दो यारो

राजेन्द्र कृष्ण

दरवाज़े के अंदर इक दरवाज़ा और

राजेश रेड्डी

जंगल से आगे निकल गया

रईस फ़रोग़

गलियों में आज़ार बहुत हैं घर में जी घबराता है

रईस फ़रोग़

न कोई ग़ैर न अपना दिखाई देता है

इक़बाल मिनहास

बंद आँखों में सारा तमाशा देख रहा था

इक़बाल ख़ुसरो क़ादरी

बंद आँखों में सारा तमाशा देख रहा था

इक़बाल ख़ुसरो क़ादरी

अगरचे मुझ को बे-तौक़-ओ-रसन-बस्ता नहीं छोड़ा

इक़बाल कौसर

तुम्हारी ख़ुश्बू थी हम-सफ़र तो हमारा लहजा ही दूसरा था

इक़बाल अशहर

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.