विदा Poetry (page 4)

ख़ेमा-ज़न कौन है आख़िर ये कनार-ए-दिल पर

राशिद तराज़

कभी गेसू न बिगड़े क़ातिल के

रशीद लखनवी

यूँ गँवाता है कोई जान-ए-अज़ीज़

रसा चुग़ताई

लो शुरूअ नफ़रत हुई

रमेश कँवल

मसअला ये भी ब-फ़ैज़-ए-इश्क़ आसाँ हो गया

राम कृष्ण मुज़्तर

वक़्त-ए-रुख़्सत वो आँसू बहाने लगे

राम अवतार गुप्ता मुज़्तर

क़दम ज़मीं पे न थे राह हम बदलते क्या

राजेन्द्र मनचंदा बानी

आख़िरी वक़्त तिरी राह से हट जाएँगे

राहुल झा

रात का पिछ्ला पहर कैसी निशानी दे गया

इक़बाल अशहर

एक लम्हा लौट कर आया नहीं

इनाम नदीम

कभी तो चश्म-ए-फ़लक में हया दिखाई दे

इनआम आज़मी

तुझ को देखा तो ये लगा है मुझे

इमरान हुसैन आज़ाद

मैं शजर हूँ और इक पत्ता है तू

इमरान हुसैन आज़ाद

मैं सियह-रू अपने ख़ालिक़ से जो ने'मत माँगता

इमदाद अली बहर

किया सलाम जो साक़ी से हम ने जाम लिया

इमदाद अली बहर

जज़्ब-ए-उल्फ़त ने दिखाया असर अपना उल्टा

इमदाद अली बहर

जाते है ख़ानक़ाह से वाइज़ सलाम है

इमदाद अली बहर

बशर रोज़-ए-अज़ल से शेफ़्ता है शान-ओ-शौकत का

इमदाद अली बहर

उन के रुख़्सत का वो लम्हा मुझे यूँ लगता है

इमाम अाज़म

तुम्हारे जाते ही हर चश्म-ए-तर को देखते हैं

इमाम अाज़म

टिमटिमाता हुआ मंदिर का दिया हो जैसे

इमाम अाज़म

यक़ीन से यादों के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता

इफ़्तिख़ार आरिफ़

कुछ देर पहले नींद से

इफ़्तिख़ार आरिफ़

ख़्वाब-ए-देरीना से रुख़्सत का सबब पूछते हैं

इफ़्तिख़ार आरिफ़

कुछ दे इसे रुख़्सत कर

इब्न-ए-इंशा

उस शाम वो रुख़्सत का समाँ याद रहेगा

इब्न-ए-इंशा

वक़्त की आँख से कुछ ख़्वाब नए माँगता है

हुमैरा राहत

दिल में इक शोर उठाते हैं चले जाते हैं

हिदायतुल्लाह ख़ान शम्सी

ग़ैर हँसते हैं फ़क़त इस लिए टल जाता हूँ

हातिम अली मेहर

बुत-ए-बे-दर्द का ग़म मोनिस-ए-हिज्राँ निकला

हसरत मोहानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.