अपमान Poetry (page 8)

चाह की चितवन में आँख उस की शरमाई हुई

दाग़ देहलवी

रंज की जब गुफ़्तुगू होने लगी

दाग़ देहलवी

पुकारती है ख़मोशी मिरी फ़ुग़ाँ की तरह

दाग़ देहलवी

इस क़दर नाज़ है क्यूँ आप को यकताई का

दाग़ देहलवी

हुस्न के जल्वे लुटाए तिरी रा'नाई ने

चरख़ चिन्योटी

मिल चुका महफ़िल में अब लुत्फ़-ए-शकेबाई मुझे

बिस्मिल इलाहाबादी

दिल मिरा तीर-ए-सितम-गर का निशाना हो गया

भारतेंदु हरिश्चंद्र

कहा अग़्यार का हक़ में मिरे मंज़ूर मत कीजो

बयाँ अहसनुल्लाह ख़ान

उस ने कहा!

बाक़र मेहदी

सज़ा

बाक़र मेहदी

उतर जाता तो रुस्वाई बहुत होती

बकुल देव

तिरा लहज़ा वही तलवार जैसा था

बकुल देव

हम ने तिरी ख़ातिर से दिल-ए-ज़ार भी छोड़ा

ज़फ़र

फिर किसी शख़्स की याद आई है

बीएस जैन जौहर

यादों का जज़ीरा शब-ए-तन्हाई में

अज़ीज़ुर्रहमान शहीद फ़तेहपुरी

बातों में बहुत गहराई है, लहजे में बड़ी सच्चाई है

अज़ीज़ नबील

क्यूँ न हो शौक़ तिरे दर पे जबीं-साई का

अज़ीज़ लखनवी

सोहबत-ए-ग़ैर से बचिए बचिए

अज़ीज़ हैदराबादी

कोई रुस्वा कोई सौदाई है

अज़ीज़ हैदराबादी

ऐ शहर-ए-ख़िरद की ताज़ा हवा वहशत का कोई इनआम चले

अज़ीज़ हामिद मदनी

मोहतरम कह के मुझे उस ने पशेमान किया

अज़हर नवाज़

सिलसिला यूँ भी रवा रक्खा शनासाई का

अज़हर नवाज़

कल परदेस में याद आएगी ध्यान में रख

अज़हर अदीब

इस क़दर ग़म है कि इज़हार नहीं कर सकते

अय्यूब ख़ावर

ए'तिराफ़

असरार-उल-हक़ मजाज़

साज़गार है हमदम इन दिनों जहाँ अपना

असरार-उल-हक़ मजाज़

अब और चलने का इस दिल में हौसला ही न था

असलम अंसारी

हम ने क़िस्सा बहुत कहा दिल का

आसिफ़ुद्दौला

गुल-ए-ख़ुर्शीद खिलाऊँगा चला जाऊँगा

अशरफ़ जावेद

दिल धड़कता है कि तू यार है सौदाई का

अशरफ़ अली फ़ुग़ाँ

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.