रेग Poetry (page 11)

अब क़बीले की रिवायत है बिखरने वाली

अम्बर बहराईची

रक़ाबत क्यूँ है तुम को आसमाँ से

आलोक यादव

दिन का समय है, चौक कुएँ का और बाँकों के जाल

अली अकबर नातिक़

एक खिड़की गली की खुली रात भर

अली अहमद जलीली

गुज़िश्ता रुत का अमीं हूँ नए मकान में भी

आलम ख़ुर्शीद

तिरे ख़याल को ज़ंजीर करता रहता हूँ

आलम ख़ुर्शीद

उरूस-उल-बिलाद

अख़्तर-उल-ईमान

बरखा-रुत

अख़्तर शीरानी

ऐ इश्क़ कहीं ले चल

अख़्तर शीरानी

क्या पूछते हो मुझ से कि मैं किस नगर का था

अख़्तर होशियारपुरी

किसे ख़बर जब मैं शहर-ए-जाँ से गुज़र रहा था

अख़्तर होशियारपुरी

हयात इंसाँ की सर ता पा ज़बाँ मालूम होती है

अख़्तर अंसारी

ज़िंदगी में प्यार का सौदा करो

अजीत सिंह हसरत

तिरे जैसा मेरा भी हाल था न सुकून था न क़रार था

ऐतबार साजिद

शहर-ए-हवा में जलते रहना अंदेशों की चौखट पर

ऐतबार साजिद

अब जुनूँ के रत-जगे ख़िरद में आ गए

ऐनुद्दीन आज़िम

पुरानी फ़ाइलों में गुनगुनाती शाम

ऐन ताबिश

ताबिश ये भला कौन सी रुत आई है जानी

ऐन ताबिश

ये किस करनी का फल होगा कैसी रुत में जागे हम

अहसन यूसुफ़ ज़ई

हर क़दम पर मेरे अरमानों का ख़ूँ

अहमद ज़िया

दियों से वा'दे वो कर रही थी अजीब रुत थी

अहमद सज्जाद बाबर

दिल के वीरान रास्ते भी देख

अहमद राही

पा कर भी तो नींद उड़ गई थी

अहमद नदीम क़ासमी

कुछ खेल नहीं है इश्क़ करना

अहमद नदीम क़ासमी

हर लम्हा अगर गुरेज़-पा है

अहमद नदीम क़ासमी

एहसास में फूल खिल रहे हैं

अहमद नदीम क़ासमी

बारिश की रुत थी रात थी पहलू-ए-यार था

अहमद नदीम क़ासमी

तिरे दीवाने हर रंग रहे तिरे ध्यान की जोत जगाए हुए

अहमद मुश्ताक़

दिल में वो शोर न आँखों में वो नम रहता है

अहमद मुश्ताक़

कोई अन-देखी फ़ज़ा तस्वीर करना चाहिए

अहमद ख़याल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.