वर्ष Poetry (page 5)

वो बे-नियाज़ शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल गया

शाहिद अहमद शोएब

हैरानी का बोझ

शाहीन ग़ाज़ीपुरी

हमारे हाल-ए-ज़बूँ पर मलाल है कितना

शाहीन ग़ाज़ीपुरी

याद उस की है कुछ ऐसी कि बिसरती भी नहीं

शहाब जाफ़री

दश्त-ए-ग़ुर्बत है तो वो क्यूँ हैं ख़फ़ा हम से बहुत

शहाब जाफ़री

किस बुरी साअत से ख़त ले कर गया

शाद अज़ीमाबादी

मिल बैठने के सारे क़रीनों की ख़ैर हो

शबनम शकील

नज़्म

शबनम अशाई

क़दम सँभल के बढ़ाओ कि रौशनी कम है

शाद आरफ़ी

बारिश थी और अब्र था दरिया था और बस

सीमा ग़ज़ल

तेरे तसव्वुरात से बचना है अब मुहाल भी

सय्यद ज़िया अल्वी

वे सूरतें इलाही किस मुल्क बस्तियाँ हैं

मोहम्मद रफ़ी सौदा

जब यार ने उठा कर ज़ुल्फ़ों के बाल बाँधे

मोहम्मद रफ़ी सौदा

धूम से सुनते हैं अब की साल आती है बहार

मोहम्मद रफ़ी सौदा

फ़ता-कल्लमू तअ'रफू

सत्यपाल आनंद

पस-ए-आइना ख़द-ओ-ख़ाल में कोई और था

सत्तार सय्यद

हर एक ख़्वाब सो गया ख़याल जागते रहे

सरवत ज़ेहरा

जहाँ सुल्ताना पढ़ती थी

सरफ़राज़ शाहिद

क़ाबिज़ रहा है दिल पे जो सुल्तान की तरह

सरफ़राज़ शाहिद

कुछ लोग रब्त-ए-ख़ास से आगे निकल गए

सरफ़राज़ शाहिद

बढ़ती रही हर साल जो तादाद हमारी

सरफ़राज़ शाहिद

जीना मरना दोनों मुहाल

सरस्वती सरन कैफ़

एक कुत्ता नज़्म

साक़ी फ़ारुक़ी

अलकुबड़े

साक़ी फ़ारुक़ी

कब इस से क़ब्ल नज़र में गुल-ए-मलाल खिला

समीना राजा

रहा वो शहर में जब तक बड़ा दबंग रहा

सलीम शहज़ाद

ये फ़ैसला भी मिरे दस्त-ए-बा-कमाल में था

सलीम शाहिद

रंग-ए-ख़ुलूस गंग-ओ-जमन में नहीं रहा

सलीम सरफ़राज़

बहुत दिनों में कहीं हिज्र-ए-माह-ओ-साल के बाद

सलीम कौसर

साल की आख़िरी शब

सलीम कौसर

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.