छाया Poetry (page 24)

था एक साया सा पीछे पीछे जो मुड़ के देखा तो कुछ नहीं था

अख़्तर होशियारपुरी

होंटों पे क़र्ज़-ए-हर्फ़-ए-वफ़ा उम्र भर रहा

अख़्तर होशियारपुरी

दश्त-दर-दश्त अक्स-ए-दर है यहाँ

अख़्तर होशियारपुरी

दर्द की दौलत-ए-नायाब को रुस्वा न करो

अख़्तर होशियारपुरी

बारहा ठिठका हूँ ख़ुद भी अपना साया देख कर

अख़्तर होशियारपुरी

अपने क़दमों ही की आवाज़ से चौंका होता

अख़्तर होशियारपुरी

अपना साया भी न हम-राह सफ़र में रखना

अख़्तर होशियारपुरी

वो और होंगे जो कार-ए-हवस पे ज़िंदा हैं

अकबर मासूम

न अपना नाम न चेहरा बदल के आया हूँ

अकबर मासूम

सच्चा दिया

अकबर हैदराबादी

जाना-पहचाना अजनबी

अकबर हैदराबादी

दूर तक बस इक धुँदलका गर्द-ए-तन्हाई का था

अकबर हैदराबादी

मिस सीमीं बदन

अकबर इलाहाबादी

उन्हें निगाह है अपने जमाल ही की तरफ़

अकबर इलाहाबादी

जब यास हुई तो आहों ने सीने से निकलना छोड़ दिया

अकबर इलाहाबादी

मिरे ख़्वाबों में ख़यालों में मिरे पास रहो

अकबर अली खान अर्शी जादह

जहाँ न दिल को सुकून है न है क़रार मुझे

आजिज़ मातवी

हर-सू जहाँ में शाम ओ सहर ढूँडते हैं हम

आजिज़ मातवी

भूल पाए न तुझे आज भी रोने वाले

अजय सहाब

शहर-ए-हवा में जलते रहना अंदेशों की चौखट पर

ऐतबार साजिद

इक साया मेरे जैसा है

ऐन इरफ़ान

बला की धूप थी मैं जल रहा था

ऐन इरफ़ान

आहों की आज़ारों की आवाज़ें थीं

ऐन इरफ़ान

गली का आम सा चेहरा भी प्यारा होने लगता है

अहमद अताउल्लाह

फ़िक्र के सारे धागे टूटे ज़ेहन भी अब म'अज़ूर हुआ

अहमद ज़िया

शबनम है कि धोका है कि झरना है कि तुम हो

अहमद सलमान

शब ढले गुम्बद-ए-असरार में आ जाता है

अहमद रिज़वान

मैं हूँ या तू है ख़ुद अपने से गुरेज़ाँ जैसे

अहमद नदीम क़ासमी

हम अपनी धूप में बैठे हैं 'मुश्ताक़'

अहमद मुश्ताक़

किस शय पे यहाँ वक़्त का साया नहीं होता

अहमद मुश्ताक़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.