संबंध Poetry (page 7)

है ये सूरत ग़म के बस इज़हार की

सहर महमूद

महसूस क्यूँ न हो मुझे बेगानगी बहुत

सहर अंसारी

हम आँखों से भी अर्ज़-ए-तमन्ना नहीं करते

साग़र निज़ामी

जान जाने को है और रक़्स में परवाना है

साग़र ख़य्यामी

धूप में ग़म की मिरे साथ जो आया होगा

साग़र आज़मी

उज़्र हवा ने क्या रक्खा है

सईद क़ैस

दुरून-ए-चश्म हर इक ख़्वाब मर रहा है बस

सादिया सफ़दर सादी

अल्फ़ाज़ अल्फ़ाज़ ही हैं

सादिक़

वक़्त के साथ 'सदा' बदले तअल्लुक़ कितने

सदा अम्बालवी

मंज़र-ए-रुख़्सत-ए-दिलदार भुलाया न गया

सदा अम्बालवी

किस लिए फिरता हूँ तन्हा न किसी ने पूछा

रूही कंजाही

तुम्हारी याद तुम्हारा ख़याल काफ़ी है

रिज़वानूरर्ज़ा रिज़वान

मर गया हूँ पे तअ'ल्लुक़ है ये मय-ख़ाने से

रियाज़ ख़ैराबादी

मर गए फिर भी तअल्लुक़ है ये मय-ख़ाने से

रियाज़ ख़ैराबादी

उन के होते कौन देखे दीदा-ओ-दिल का बिगाड़

रियाज़ ख़ैराबादी

जफ़ा में नाम निकालो न आसमाँ की तरह

रियाज़ ख़ैराबादी

निशान क़ाफ़ला-दर-क़ाफ़ला रहेगा मिरा

रियाज़ मजीद

सर-ब-सर यार की मर्ज़ी पे फ़िदा हो जाना

रहमान फ़ारिस

मुझे ग़रज़ है सितारे न माहताब के साथ

रहमान फ़ारिस

नींद आँखों में मुसलसल नहीं होने देता

रेहाना रूही

मसरूफ़ियत उसी की है फ़ुर्सत उसी की है

रेहाना रूही

न फ़ासले कोई रखना न क़ुर्बतें रखना

राज़ी अख्तर शौक़

शम्अ' की आग़ोश ख़ाली कर के परवाना चला

रज़ा जौनपुरी

तमाम क़ज़िया मकान भर था

राशिद जमाल फ़ारूक़ी

मैं दश्त-ए-शेर में यूँ राएगाँ तो होता रहा

राशिद जमाल फ़ारूक़ी

आँख खुली तो मुझ को ये इदराक हुआ

राशिद हामिदी

ये सोच कर मैं रुका था कि तू पुकारेगा

राशिद अनवर राशिद

ये न सोचा था कड़ी धूप से रिश्ता भी तो है

राशिद अनवर राशिद

वही तअल्लुक़-ए-ख़ातिर जो बर्क़-ओ-बाद में है

राशिद आज़र

जिस को आदत वस्ल की हो हिज्र से क्यूँकर बने

रशीद लखनवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.