दर्पण Poetry (page 13)

जिस दर पे तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा न रहेगा

रहमत इलाही बर्क़ आज़मी

पहचान कम हुई न शनासाई कम हुई

राही कुरैशी

तश्बीब

राही मासूम रज़ा

तन्हाई

राही मासूम रज़ा

तआरुफ़

राही मासूम रज़ा

अपनी ख़बर, न उस का पता है, ये इश्क़ है

इरफ़ान सत्तार

अब दिल को हम ने बंदा-ए-जानाँ बना दिया

इक़बाल सुहैल

मैं आईना बनूँगा तू पत्थर उठाएगा

इक़बाल साजिद

ख़ुदा ने जिस को चाहा उस ने बच्चे की तरह ज़िद की

इक़बाल साजिद

गुल की ख़ुश्बू की तरह आँख के आँसू की तरह

इक़बाल माहिर

रास्ता भूल गया एक सितारा अपना

इक़बाल अशहर

अभी से कैसे कहूँ तुम को बेवफ़ा साहब

इन्दिरा वर्मा

अपनी ही रवानी में बहता नज़र आता है

इनाम नदीम

ये जो आबाद होने जा रहे हैं

इमरान-उल-हक़ चौहान

लोग पाबंद-ए-सलासिल हैं मगर ख़ामोश हैं

इमरान शनावर

ठहर के देख तू इस ख़ाक से क्या क्या निकल आया

इमरान शमशाद

मैं अपने हाल-ए-ज़ार का आईना-दार हूँ

इमरान साग़र

कुछ एहतिमाम न था शाम-ए-ग़म मनाने को

इमरान आमी

काँटों में ही कुछ ज़र्फ़-ए-समाअत नज़र आए

इमदाद निज़ामी

ग़ज़ब है देखने में अच्छी सूरत आ ही जाती है

इमदाद अली बहर

दाग़ बैआ'ना हुस्न का न हुआ

इमदाद अली बहर

बद-तालई का इलाज क्या हो

इमदाद अली बहर

तुम्हारे जाते ही हर चश्म-ए-तर को देखते हैं

इमाम अाज़म

ये जो तरतीब से बना हुआ मैं

इलियास बाबर आवान

थोड़ी चाँदी थोड़ा गारा लगता है

इलियास बाबर आवान

दिल है और ख़ुद नगरी ज़ौक़-ए-दुआ जिस को कहें

इज्तिबा रिज़वी

तुम्हें भी चाहा, ज़माने से भी वफ़ा की थी

इफ़्तिख़ार मुग़ल

कोई वजूद है दुनिया में कोई परछाईं

इफ़्तिख़ार मुग़ल

एक ख़्वाब की दूरी पर

इफ़्तिख़ार आरिफ़

दिल कोई आईना नहीं टूट के रह गया तो फिर

इदरीस बाबर

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.