दोस्ती Poetry

न आए काम किसी के जो ज़िंदगी क्या है

अहमद अली बर्क़ी आज़मी

सूरज की पहली किरन

अमजद इस्लाम अमजद

हर घड़ी क़यामत थी ये न पूछ कब गुज़री

ज़ुहूर नज़र

कभी ख़िरद से कभी दिल से दोस्ती कर ली

ज़ुबैर रिज़वी

क्या सरोकार अब किसी से मुझे

ज़िया जालंधरी

लब पर ख़मोशियों को सजाए नज़र चुराए

ज़ेहरा निगाह

दोस्त

ज़ीशान साहिल

न होगा हश्र महशर में बपा क्या

ज़ेबा

चाँद की बेबसी को समझूँगी

ज़हरा क़रार

चाँद की बेबसी को समझूँगी

ज़हरा क़रार

वो महफ़िलें वो मिस्र के बाज़ार क्या हुए

ज़हीर काश्मीरी

शब-ए-महताब भी अपनी भरी-बरसात भी अपनी

ज़हीर काश्मीरी

ऐ हम-सफ़र ये राह-बरी का गुमान छोड़

ज़फ़र सहबाई

निकाह कर नहीं सकती वो मुझ फ़क़ीर के साथ

ज़फ़र कमाली

नाम से गाँधी के चिढ़ बैर आज़ादी से है

ज़फ़र कमाली

पुकारे जा रहे हो अजनबी से चाहते क्या हो

ज़फ़र गोरखपुरी

इतना करम कि अज़्म रहे हौसला रहे

यूसुफ़ तक़ी

लग़्ज़िशें तन्हाइयों की सब बता दी जाएँगी

युसूफ़ जमाल

करम नहीं तो सितम ही सही रवा रखना

यासीन क़ुदरत

ख़ुद अपने ग़म ही से की पहले दोस्ती हम ने

वज़ीर आग़ा

उम्र की इस नाव का चलना भी क्या रुकना भी क्या

वज़ीर आग़ा

उड़ी जो गर्द तो इस ख़ाक-दाँ को पहचाना

वज़ीर आग़ा

शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ

वसीम बरेलवी

सब ने मिलाए हाथ यहाँ तीरगी के साथ

वसीम बरेलवी

भला ग़मों से कहाँ हार जाने वाले थे

वसीम बरेलवी

तुम जानते हो किस लिए वो मुझ से गया लड़

वलीउल्लाह मुहिब

मोहब्बत से तरीक़-ए-दोस्ती से चाह से माँगो

वलीउल्लाह मुहिब

ब-तस्ख़ीर-बुताँ तस्बीह क्यूँ ज़ाहिद फिराते हैं

वलीउल्लाह मुहिब

तिरी नज़र का तीर जब जिगर के पार हो गया

वली शम्सी

क्या बताएँ उस के बिन कैसे ज़िंदगी कर ली

वजीह सानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.