फसों Poetry

मुद्दतों बा'द वो गलियाँ वो झरोके देखे

महमूद शाम

झाँकते लोग खुले दरवाज़े

महमूद शाम

चाँद तारे जिसे हर शब देखें

अनवर अंजुम

मरहला

दौर आफ़रीदी

किस तवक़्क़ो' पे शरीक-ए-ग़म-ए-याराँ होंगे

हरजाई

ज़िया जालंधरी

सफ़र ख़ुद-रफ़्तगी का भी अजब अंदाज़ था

ज़ेहरा निगाह

गुल-पोश बाम-ओ-दर हैं मगर घर में कुछ नहीं

ज़ौक़ी मुज़फ्फ़र नगरी

दर्द को ज़ब्त की सरहद से गुज़र जाने दो

ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर

ये अलग बात कि चलते रहे सब से आगे

ज़करिय़ा शाज़

रात याद-ए-निगह-ए-यार ने सोने न दिया

ज़ैनुल आब्दीन ख़ाँ आरिफ़

ये क्या फ़ुसूँ है कि सुब्ह-ए-गुरेज़ का पहलू

ज़फ़र इक़बाल

आँख दिखलाने लगा है वो फ़ुसूँ-साज़ मुझे

यगाना चंगेज़ी

अलिफ़ लैला

वामिक़ जौनपुरी

इक मोहब्बत का फ़ुसूँ था सो अभी बाक़ी है

वजीह सानी

आशिक़ हुए तो इश्क़ में होश्यार क्यूँ न थे

वारिस किरमानी

हवा-ए-शोख़ की आख़िर फ़ुसूँ कारी ये कैसी है

वली मदनी

जचती नहीं कुछ शाही-ओ-इम्लाक नज़र में

तनवीर अंजुम

अजीब शख़्स है पत्थर से पर बनाता है

तनवीर अहमद अल्वी

ढलती रात

तख़्त सिंह

मैं ने ज़ुल्मत के फ़ुसूँ से भागना चाहा मगर

ताज सईद

शहर के दीवार-ओ-दर पर रुत की ज़र्दी छाई थी

ताज सईद

ये हुजुम-ए-रस्म-ओ-रह दुनिया की पाबंदी भी है

ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ

शरह-ए-जाँ-सोज़-ए-ग़म-ए-अर्ज़-ए-वफ़ा क्या करते

ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ

एक तुम ही नहीं दुनिया में जफ़ाकार बहुत

ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ

बस्ती में कमी किस चीज़ की है पत्थर भी बहुत शीशे भी बहुत

ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ

था मगर इतना ज़ियादा तो जुनूँ-ख़ेज़ न था

सय्यद काशिफ़ रज़ा

न जाने जाए कहाँ तक ये सिलसिला दिल का

सय्यद अमीन अशरफ़

कहीं शो'ला कहीं शबनम, कहीं ख़ुशबू दिल पर

सय्यद अमीन अशरफ़

पदमनी

सुरूर जहानाबादी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.