ग़ज़ल Poetry (page 6)

नीमचा यार ने जिस वक़्त बग़ल में मारा

ज़ौक़

कल गए थे तुम जिसे बीमार-ए-हिज्राँ छोड़ कर

ज़ौक़

बुतो ये शीशा-ए-दिल तोड़ दो ख़ुदा के लिए

शैख़ अली बख़्श बीमार

कुछ दर्द है मुतरिबों की लय में

मुस्तफ़ा ख़ाँ शेफ़्ता

शरार-ए-जाँ से गुज़र गर्दिश-ए-लहू में आ

शीश मोहम्मद इस्माईल आज़मी

अब तेरे इंतिज़ार की आदत नहीं रही

शाज़िया अकबर

बना हुस्न-ए-तकल्लुम हुस्न-ए-ज़न आहिस्ता आहिस्ता

शाज़ तमकनत

मिरे लिए मिरी पर्वाज़ के लिए कम है

शौकत मेहदी

अधूरा जिस्म लिए पीछे हट रहा हूँ मैं

शारिक़ जमाल

ग़ज़ल वही है जो हो शाख़-ए-गुल-निशाँ की तरह

शारिक़ ईरायानी

मुश्तइ'ल हो गया वो ग़ुंचा-दहन दानिस्ता

शम्स रम्ज़ी

ये और बात कि गमले में उग रहा हूँ मैं

शमीम क़ासमी

सय्याल तसव्वुर है उबलने की तरह का

शमीम क़ासमी

नया लहजा ग़ज़ल का मिस्रा-ए-सानी में रक्खा है

शमीम क़ासमी

फ़ज़ा-ए-नम में सदाओं का शोर हो जाए

शमीम क़ासमी

याद की सुब्ह ढल गई शौक़ की शाम हो गई

शमीम करहानी

मुझे दैर से तअल्लुक़ न हरम से आश्नाई

शमीम करहानी

ख़ुद कोई चाक-गरेबाँ है रग-ए-जाँ के क़रीब

शमीम करहानी

इस इल्तिफ़ात पर कोई दामन न थाम ले

शमीम जयपुरी

आँखें ग़म-ए-फ़िराक़ से हैं तर इधर-उधर

शमीम फ़तेहपुरी

याद तुम आए तो फिर बन गईं बादल आँखें

शकील शम्सी

सारे भूले बिसरों की याद आती है

शकील जमाली

न कोई ख़्वाब कमाया न आँख ख़ाली हुई

शकील जमाली

अल्फ़ाज़ नर्म हो गए लहजे बदल गए

शकील जमाली

उन को शरह-ए-ग़म सुनाई जाएगी

शकील बदायुनी

रौशनी साया-ए-ज़ुल्मात से आगे न बढ़ी

शकील बदायुनी

जो दिल पे गुज़रती है वो समझा नहीं सकते

शकील बदायुनी

ग़म-ए-इश्क़ रह गया है ग़म-ए-जुस्तुजू में ढल कर

शकील बदायुनी

दिल लज़्ज़त-ए-निगाह करम पा के रह गया

शकील बदायुनी

नदी का आब दिया है तो कुछ बहाव भी दे

शकील आज़मी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.