हिज्र Poetry (page 27)

वैसे तो इस घर को उस ने चाहे कम ख़ुश-हाली दी

अताउल हसन

तुम्हारे हिज्र का सदक़ा उतार फेंकता है

अताउल हसन

किसी और को मैं तिरे सिवा नहीं चाहता

अताउल हसन

दिलों के दर्द जगा ख़्वाहिशों के ख़्वाब सजा

अता शाद

परदेसी का ख़त

असरा रिज़वी

उदास आँखें ग़ज़ाल आँखें

असरा रिज़वी

फिर कोई ताज़ा-सितम वो सितम-ईजाद करे

असरा रिज़वी

देख आ कर कि तिरे हिज्र में भी ज़िंदा हैं

असलम महमूद

न मलाल-ए-हिज्र न मुंतज़िर हैं हवा-ए-शाम-ए-विसाल के

असलम महमूद

मैं एक रेत का पैकर था और बिखर भी गया

असलम महमूद

अक्स जल जाएँगे आईने बिखर जाएँगे

असलम महमूद

दयार-ए-हिज्र में ख़ुद को तो अक्सर भूल जाता हूँ

असलम कोलसरी

कोई दीवार सलामत है न अब छत मेरी

असलम आज़ाद

अपनी सदा की गूँज ही तुझ को डरा न दे

असलम अंसारी

नज़्म

आसिमा ताहिर

सदियों को बेहाल किया था

आसिमा ताहिर

पौ फटते ही ट्रेन की सीटी जब कानों में गूँजती है

आसिमा ताहिर

सीने में दाग़ है तपिश-ए-इंतिज़ार का

आसिफ़ुद्दौला

मर गया ग़म में तिरे हाए में रोता रोता

आसिफ़ुद्दौला

किस क़दर दर्द के शब करता था मज़कूर तिरा

आसिफ़ुद्दौला

दिल दिया जी दिया ख़फ़ा न किया

आसिफ़ुद्दौला

राह-ए-जुनूँ पे चल परे जीना मुहाल कर लिया

अासिफ़ शफ़ी

जमाल-ए-यार को तस्वीर करने वाले थे

अासिफ़ शफ़ी

ऐ मुझे 'मीर' के अशआ'र सुनाने वाले

अासिफ़ शफ़ी

निकली वो ज़िंदगी से तो पामाल हो गया

अशरफ़ शाद

ताएरों की उड़ान में हम हैं

अशफ़ाक़ नासिर

दैर-ओ-हरम भी आए कई इस सफ़र के बीच

अाशा प्रभात

हुस्न को वुसअतें जो दीं इश्क़ को हौसला दिया

असग़र गोंडवी

गुम कर दिया है दीद ने यूँ सर-ब-सर मुझे

असग़र गोंडवी

तस्कीन-ए-दिल को अश्क-ए-अलम क्या बहाऊँ मैं

असर लखनवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.