मर Poetry (page 21)

जीने के लिए जो मर रहे हैं

एहसान दानिश

मिरे कमरे में पूरी चाँदनी है

दिनेश नायडू

डरा रहे हैं ये मंज़र भी अब तो घर के मुझे

दिनेश नायडू

चाक पर मिट्टी को मर जाना है

दिनेश नायडू

तमाशा मिरे आगे

दिलावर फ़िगार

सियाह ज़ुल्फ़ को जो बन-सँवर के देखते हैं

दिलावर फ़िगार

जादा-ए-फ़न में बड़े सख़्त मक़ाम आते हैं

दिलावर फ़िगार

मायूस-ए-अज़ल हूँ ये माना नाकाम-ए-तमन्ना रहना है

दिल शाहजहाँपुरी

कहाँ मैं अभी तक नज़र आ सका हूँ

दिल अय्यूबी

हसीं है शहर तो उजलत में क्यूँ गुज़र जाएँ

दिल अय्यूबी

देखते देखते ही साल गुज़र जाता है

धीरेंद्र सिंह फ़य्याज़

ज़िंदगी है या कोई तूफ़ान है!

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

उन लबों ने न की मसीहाई

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

मुझे ये डर है दिल-ए-ज़िंदा तू न मर जाए

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

तोहमत-ए-चंद अपने ज़िम्मे धर चले

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

जग में आ कर इधर उधर देखा

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

तेरे फ़िराक़ ने की ज़िंदगी अता मुझ को

दानिश अलीगढ़ी

वाइज़ तू अगर उन के कूचे से गुज़र जाए

दानिश अलीगढ़ी

अगर मैं उन की निगाहों से गिर गया होता

दानिश अलीगढ़ी

फिरे राह से वो यहाँ आते आते

दाग़ देहलवी

ये बात बात में क्या नाज़ुकी निकलती है

दाग़ देहलवी

उज़्र आने में भी है और बुलाते भी नहीं

दाग़ देहलवी

फिरे राह से वो यहाँ आते आते

दाग़ देहलवी

मोहब्बत का असर जाता कहाँ है

दाग़ देहलवी

इधर देख लेना उधर देख लेना

दाग़ देहलवी

फ़लक देता है जिन को ऐश उन को ग़म भी होते हैं

दाग़ देहलवी

दिल गया तुम ने लिया हम क्या करें

दाग़ देहलवी

आप का ए'तिबार कौन करे

दाग़ देहलवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.