मर Poetry (page 20)

वो जी गया जो इश्क़ में जी से गुज़र गया

फ़ानी बदायुनी

ताकीद है कि दीदा-ए-दिल वा करे कोई

फ़ानी बदायुनी

लुत्फ़ ओ करम के पुतले हो अब क़हर ओ सितम का नाम नहीं

फ़ानी बदायुनी

क्यूँ न नैरंग-ए-जुनूँ पर कोई क़ुर्बां हो जाए

फ़ानी बदायुनी

ख़ल्क़ कहती है जिसे दिल तिरे दीवाने का

फ़ानी बदायुनी

जल्वा-ए-इश्क़ हक़ीक़त थी हुस्न-ए-मजाज़ बहाना था

फ़ानी बदायुनी

बिजलियाँ टूट पड़ीं जब वो मुक़ाबिल से उठा

फ़ानी बदायुनी

बेदाद के ख़ूगर थे फ़रियाद तो क्या करते

फ़ानी बदायुनी

अदा से आड़ में ख़ंजर के मुँह छुपाए हुए

फ़ानी बदायुनी

मैं उस के सामने से गुज़रता हूँ इस लिए

फ़ना निज़ामी कानपुरी

या रब मिरी हयात से ग़म का असर न जाए

फ़ना निज़ामी कानपुरी

माइल-ब-करम मुझ पर हो जाएँ तो अच्छा हो

फ़ना बुलंदशहरी

जो मिटा है तेरे जमाल पर वो हर एक ग़म से गुज़र गया

फ़ना बुलंदशहरी

जिस परी पर मर मिटे थे वो परी-ज़ादी न थी

फ़ैज़ान हाशमी

बस यही सोच के रहता हूँ मैं ज़िंदा इस में

फ़ैज़ान हाशमी

सामने होते थे पहले जिस क़दर होते थे हम

फ़ैज़ान हाशमी

बस यही सोच के रहता हूँ मैं ज़िंदा इस में

फ़ैज़ान हाशमी

कुत्ते

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

बहार आई

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

ये जफ़ा-ए-ग़म का चारा वो नजात-ए-दिल का आलम

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

हम मुसाफ़िर यूँही मसरूफ़-ए-सफ़र जाएँगे

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

जिसे कल रात भर पूजा गया था

फ़ैसल अज़ीम

क्या इल्म कि रोते हों तो मर जाते हों 'फ़ैसल'

फ़ैसल अजमी

उस को जाने दे अगर जाता है

फ़ैसल अजमी

इन लोगों में रहने से हम बेघर अच्छे थे

फ़ैसल अजमी

गिर जाए जो दीवार तो मातम नहीं करते

फ़ैसल अजमी

ज़र्रों का मेहर-ओ-माह से याराना चाहिए

एजाज़ सिद्दीक़ी

सूरत-ए-सहर जाऊँ और दर-ब-दर जाऊँ

एजाज़ गुल

फैला अजब ग़ुबार है आईना-गाह में

एजाज़ गुल

ग़म में इक मौज सरख़ुशी की है

एहतिशाम हुसैन

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.