पास Poetry (page 29)

लबों के सामने ख़ाली गिलास रखते हैं

फ़राग़ रोहवी

वा-ए-नादानी ये हसरत थी कि होता दर खुला

फ़ानी बदायुनी

मर कर मरीज़-ए-ग़म की वो हालत नहीं रही

फ़ानी बदायुनी

कूचा-ए-जानाँ में जा निकले जो ग़िल्माँ भूल कर

फ़ानी बदायुनी

जी ढूँढता है घर कोई दोनों जहाँ से दूर

फ़ानी बदायुनी

दुनिया-ए-हुस्न-ओ-इश्क़ में किस का ज़ुहूर था

फ़ानी बदायुनी

कुछ दर्द की शिद्दत है कुछ पास-ए-मोहब्बत है

फ़ना निज़ामी कानपुरी

यूँ इंतिक़ाम तुझ से फ़स्ल-ए-बहार लेंगे

फ़ना निज़ामी कानपुरी

वो ख़ानुमाँ-ख़राब न क्यूँ दर-ब-दर फिरे

फ़ना निज़ामी कानपुरी

घर हुआ गुलशन हुआ सहरा हुआ

फ़ना निज़ामी कानपुरी

दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते

फ़ना निज़ामी कानपुरी

इसी जहाज़ के सहरा में डूब जाने की

फ़ैज़ान हाशमी

वो जितने दूर हैं उतने ही मेरे पास भी हैं

फ़ैज़ुल हसन

सारी दुनिया से दूर हो जाए

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

ज़िंदाँ की एक शाम

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

सियासी लीडर के नाम

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

पास रहो

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मेरे नदीम!

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मर्ग-ए-सोज़-ए-मोहब्बत

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

इक़बाल

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

आख़िरी ख़त

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

आज शब कोई नहीं है

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

फिर हरीफ़-ए-बहार हो बैठे

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

जहाँ में ख़ुद को बनाने में देर लगती है

फ़ैय्याज़ रश्क़

ये भी नहीं कि दस्त-ए-दुआ तक नहीं गया

फ़ैसल अजमी

सोच

फ़हमीदा रियाज़

पत्थर की ज़बान

फ़हमीदा रियाज़

देर हो गई

फ़हीम शनास काज़मी

रस्ते में शाम हो गई क़िस्सा तमाम हो चुका

फ़हीम शनास काज़मी

दिल ओ निगाह में उस को अगर नहीं रहना

फ़हीम शनास काज़मी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.