लंबा Poetry (page 9)

इक ख़्वाब-ए-आतिशीं का वो महरम सा रह गया

अज़ीज़ हामिद मदनी

वो ताज़ा-दम हैं नए शो'बदे दिखाते हुए

अज़हर इनायती

मयस्सर हो जो लम्हा देखने को

अज़हर इनायती

इस रास्ते में जब कोई साया न पाएगा

अज़हर इनायती

साहिल पे रुक के सू-ए-समुंदर न देखिए

आज़ाद गुलाटी

रौशनी फैली तो सब का रंग काला हो गया

आज़ाद गुलाटी

ख़्वाहिशें दुनिया की बार-ए-दोश-ओ-गर्दन हो गईं

औज लखनवी

उड़ान से पहले

अतीया दाऊद

कहीं जमाल-पज़ीरी की हद नहीं रखता

अता तुराब

बात बे-बात उलझते हो भला बात है क्या

असग़र आबिद

वीराँ वीराँ बाम-ओ-दर मैं और मिरी तन्हाई

अरशदुल क़ादरी

मिलता है क़ैद-ए-ग़म में भी लुत्फ़-ए-फ़ज़ा-ए-बाग़

अरशद अली ख़ान क़लक़

डोरा नहीं है सुरमे का चश्म-ए-सियाह में

अरशद अली ख़ान क़लक़

आशिक़-ए-गेसू-ओ-क़द तेरे गुनहगार हैं सब

अरशद अली ख़ान क़लक़

आरिज़ में तुम्हारे क्या सफ़ा है

अरशद अली ख़ान क़लक़

अपनी सच्चाई का आज़ार जो पाले हुए हैं

अरमान नज्मी

मख़मली ख़्वाब का आँखों में न मंज़र फैला

अनवर मीनाई

बस एक जिस्म एक ही क़द में पड़ा रहूँ

अंजुम सलीमी

झूटी बातें झूटे लोग

अंजुम बाराबंकवी

सहर की जुम्बिश क़द-ए-मतानत पे रह गई थी

आमिर नज़र

चश्म-ए-बे-कैफ़ में कारिंदा-ए-मंज़र न रहा

आमिर नज़र

किया करते हैं दिलदारी दिल-आज़ारी नहीं करते

अमीरुल इस्लाम हाशमी

हम-सर-ए-ज़ुल्फ़ क़द-ए-हूर-ए-शमाइल ठहरा

अमीर मीनाई

किसी मकाँ के दरीचे को वा तो होना था

अमीन राहत चुग़ताई

ख़ाना-ए-ज़ंजीर का पाबंद रहता हूँ सदा

अमानत लखनवी

शहर-ए-दिल कुंज-ए-बयाबान नहीं था पहले

अली मुज़म्मिल

उठेंगे मौत से पहले

अली अकबर नातिक़

देखो उस ने क़दम क़दम पर साथ दिया बेगाने का

अख्तर लख़नवी

दिल वो प्यासा है कि दरिया का तमाशा देखे

अख़तर इमाम रिज़वी

चेहरे के ख़द्द-ओ-ख़ाल में आईने जड़े हैं

अख़्तर होशियारपुरी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.