वर्ष Poetry (page 8)

एक मुख़्तलिफ़ कहानी

इफ़्तिख़ार नसीम

आसाँ नहीं है जादा-ए-हैरत उबूरना

इफ़्तिख़ार फलक काज़मी

मुंहदिम होता चला जाता है दिल साल-ब-साल

इफ़्तिख़ार आरिफ़

दुआ

इफ़्तिख़ार आरिफ़

तार-ए-शबनम की तरह सूरत-ए-ख़स टूटती है

इफ़्तिख़ार आरिफ़

समझ रहे हैं मगर बोलने का यारा नहीं

इफ़्तिख़ार आरिफ़

इस से फूलों वाले भी आजिज़ आ गए हैं

इदरीस बाबर

इक साल गया इक साल नया है आने को

इब्न-ए-इंशा

दिल-आशोब

इब्न-ए-इंशा

मुद्दत के बाद

हिमायत अली शाएर

हरीफ़-ए-विसाल

हिमायत अली शाएर

साक़ी है न मय है न दफ़-ओ-चंग है होली

हातिम अली मेहर

पूछेगा जो वो रश्क-ए-क़मर हाल हमारा

हातिम अली मेहर

पोशाक-ए-सियह में रुख़-ए-जानाँ नज़र आया

हातिम अली मेहर

कोई ले कर ख़बर नहीं आता

हातिम अली मेहर

ऐसे कुछ लोग भी मिट्टी पे उतारे जाएँ

हस्सान अहमद आवान

विसाल-ओ-हिज्र के जंजाल में पड़ा हुआ हूँ

हाशिम रज़ा जलालपुरी

तू एक साल में इक साँस भी न जी पाया

हसीब सोज़

वो एक रात की गर्दिश में इतना हार गया

हसीब सोज़

था जो एक लम्हा विसाल का वो रियाज़ था कई साल का

हसन रिज़वी

तमाम शोबदे उस के कमाल उस के हैं

हसन रिज़वी

कभी शाम-ए-हिज्र गुज़ारते कभी ज़ुल्फ़-ए-यार सँवारते

हसन रिज़वी

ग़म से बिखरा न पाएमाल हुआ

हसन नईम

चेहरे पे मोहर-ए-ग़म है ख़त-ओ-ख़ाल की तरह

हसन नईम

चेहरे पे मोहर-ए-ग़म है ख़त-ओ-ख़ाल की तरह

हसन नईम

क्या कहिए

हारिस ख़लीक़

मिले वो लम्हा जिसे अपना कह सकें 'कैफ़ी'

हनीफ़ कैफ़ी

हर इक कमाल को देखा जो हम ने रू ब-ज़वाल

हनीफ़ कैफ़ी

मैं जो अपने हाल से कट गया तो कई ज़मानों में बट गया

हनीफ़ असअदी

बे-कराँ दरिया हूँ ग़म का और तुग़्यानी में हूँ

हमीद नसीम

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.