अपनेपन Poetry (page 3)

निगाहें फेरने वाले ये नज़रें उठ ही जाती हैं

हनीफ़ अख़गर

मशवरा किस ने दिया था कि मसीहाई कर

फ़ारूक़ बख़्शी

मरसिए

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

हम सादा ही ऐसे थे की यूँ ही पज़ीराई

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

चाँद निकले किसी जानिब तिरी ज़ेबाई का

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मिल सकेगी अब भी दाद-ए-आबला-पाई तो क्या

एजाज़ सिद्दीक़ी

हर-चंद मेरे हाल से वो बे-ख़बर नहीं

बासिर सुल्तान काज़मी

यादों का जज़ीरा शब-ए-तन्हाई में

अज़ीज़ुर्रहमान शहीद फ़तेहपुरी

आख़िर-ए-शब वो तेरी अंगड़ाई

अज़ीज़ वारसी

सिलसिला यूँ भी रवा रक्खा शनासाई का

अज़हर नवाज़

वफ़ा ख़ुलूस का सिंगार रोज़ करती है

अज़हर हाश्मी

तू मिला था और मेरे हाल पर रोया भी था

अतहर नफ़ीस

फ़ाख़्ता शाख़ से उड़ते हुए घबराई थी

अताउल हसन

मंज़िलें भी ये शिकस्ता-बाल-ओ पर भी देखना

अताउल हक़ क़ासमी

ज़िंदगी आईना है आईना-आराई है

अता शाद

ठहरे तो कहाँ ठहरे आख़िर मिरी बीनाई

असरारुल हक़ असरार

ज़ीस्त की धूप से यूँ बच के निकलता क्यूँ है

असलम हबीब

कोई दिल-जूई नहीं थी कोई शुनवाई न थी

असद जाफ़री

क्या कहूँ कितना फ़ुज़ूँ है तेरे दीवाने का दुख

अरशद जमाल 'सारिम'

ज़िंदगी और हैं कितने तिरे चेहरे ये बता

अमीर क़ज़लबाश

फ़िक्र-ए-ग़ुर्बत है न अंदेशा-ए-तन्हाई है

अमीर क़ज़लबाश

जो दुहाई दे रहा है कोई सौदाई न हो

अमीन राहत चुग़ताई

वस्ल का उस के दिल-ए-ज़ार तमन्नाई है

अल्ताफ़ हुसैन हाली

रंज और रंज भी तन्हाई का

अल्ताफ़ हुसैन हाली

कभी हम से कभी ग़ैरों से शनासाई है

अल्लामा इक़बाल

शनासाई

अख़्तर पयामी

मैं ग़ैर-महफ़ूज़ रात से डरता हूँ

अख़्तर हुसैन जाफ़री

दूर तक बस इक धुँदलका गर्द-ए-तन्हाई का था

अकबर हैदराबादी

क्या करूँ ज़र्फ़-ए-शनासाई को

ऐनुद्दीन आज़िम

मुलाक़ातें नहीं फिर भी मुलाक़ातें

ऐन ताबिश

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.