आइना Poetry (page 11)

ज़माना झुक गया होता अगर लहजा बदल लेते

फ़रह इक़बाल

वो मेरे बारे में ऐसे भी सोचता कब था

फ़रह इक़बाल

मोहब्बत का दिया ऐसे बुझा था

फ़रह इक़बाल

देखा पलट के जब भी तो फैला ग़ुबार था

फ़रह इक़बाल

तुम्हारा चेहरा तुम्हें हू-ब-हू दिखाऊँगा

फ़राग़ रोहवी

हमारे साथ उमीद-ए-बहार तुम भी करो

फ़राग़ रोहवी

जब मेरे रास्ते में कोई मय-कदा पड़ा

फ़ना निज़ामी कानपुरी

आईना

फख्र ज़मान

वो कहीं था कहीं दिखाई दिया

फ़हमी बदायूनी

चुप

एजाज़ फ़ारूक़ी

वफ़ा का अहद था दिल को सँभालने के लिए

एहसान दानिश

खींच कर अक्स फ़साने से अलग हो जाओ

दिलावर अली आज़र

'आज़र' रहा है तेशा मिरे ख़ानदान में

दिलावर अली आज़र

आँख में ख़्वाब ज़माने से अलग रक्खा है

दिलावर अली आज़र

नज़र आया न कोई भी इधर देखा उधर देखा

दीपक क़मर

हम तुझ से किस हवस की फ़लक जुस्तुजू करें

ख़्वाजा मीर 'दर्द'

किस क़दर इज़्तिराब है यारो

दानिश फ़राही

देखना अच्छा नहीं ज़ानू पे रख कर आइना

दाग़ देहलवी

वो काश मान लेता कभी हम-सफ़र मुझे

चाँदनी पांडे

उम्र के लम्बे सफ़र से तजरबा ऐसा मिला

चाँदनी पांडे

सवाद-ए-शाम से डरता हुआ नज़र आया

बुशरा ज़ैदी

याद आता है समाँ मुझ को ख़ुद-आराई का

बिस्मिल इलाहाबादी

मिल चुका महफ़िल में अब लुत्फ़-ए-शकेबाई मुझे

बिस्मिल इलाहाबादी

जो दिल में उस को बसाए वो और कुछ न करे

बिमल कृष्ण अश्क

मुसाफ़िरों का यहाँ से गुज़र नहीं है क्या

बिल्क़ीस ख़ान

सवाब है या किसी जनम का हिसाब कोई चुका रहा हूँ

भारत भूषण पन्त

मैं क्या बताऊँ कैसी परेशानियों में हूँ

भारत भूषण पन्त

सहारा मौजों का ले ले के बढ़ रहा हूँ मैं

बेदम शाह वारसी

हिकमत का बुत-ख़ाना

बेबाक भोजपुरी

जिगर-गुदाज़ मआ'नी समझ सको तो कहूँ

बेबाक भोजपुरी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.