धुआं Poetry (page 16)

ख़्वाब जो बिखर गए

आमिर उस्मानी

दिल पे वो वक़्त भी किस दर्जा गिराँ होता है

आमिर उस्मानी

जश्न-ए-बहार-ए-नौ है नशेमन की ख़ैर हो

अमीर क़ज़लबाश

हर एक शाम का मंज़र धुआँ उगलने लगा

अमीर इमाम

सिगरेट जिसे सुलगता हुआ कोई छोड़ दे

अमीक़ हनफ़ी

कहने को शम-ए-बज़्म-ए-ज़मान-ओ-मकाँ हूँ मैं

अमीक़ हनफ़ी

फिर कोई मुश्किल जवाँ होने को है

अमर सिंह फ़िगार

सबा की बात सुनें फूल से कलाम करें

अल्ताफ़ परवाज़

साँस लेते हुए डर लगता है

आलोक मिश्रा

हम मुसलसल इक बयाँ देते हुए

आलोक मिश्रा

सुब्ह हर उजाले पे रात का गुमाँ क्यूँ है

अली सरदार जाफ़री

मुसीबत की ख़बरें

अली अकबर नातिक़

घर जल रहा था सब के लबों पर धुआँ सा था

अलीम सबा नवेदी

हर मोड़ पे सफ़र था अजब बोलने न पाए

अलीम सबा नवेदी

आज भी दश्त-ए-बला में नहर पर पहरा रहा

अख़्तर सईद ख़ान

रिवायात की तख़्लीक़

अख़्तर पयामी

वो ख़ुद तो मर ही गया था मुझे भी मार गया

अख़तर इमाम रिज़वी

दुनिया भी पेश आई बहुत बे-रुख़ी के साथ

अख़तर इमाम रिज़वी

तपिश गुलज़ार तक पहुँची लहू दीवार तक आया

अख़्तर हुसैन जाफ़री

तपिश गुलज़ार तक पहुँची लहू दीवार तक आया

अख़्तर हुसैन जाफ़री

यक-ब-यक मौसम की तब्दीली क़यामत ढा गई

अख़्तर होशियारपुरी

शाम तन्हाई धुआँ उठता बराबर देखते

अख़्तर होशियारपुरी

मैं ने यूँ देखा उसे जैसे कभी देखा न था

अख़्तर होशियारपुरी

कुछ नक़्श हुवैदा हैं ख़यालों की डगर से

अख़्तर होशियारपुरी

अपनी बहार पे हँसने वालो कितने चमन ख़ाशाक हुए

अख़्तर अंसारी

वहम ही होगा मगर रोज़ कहाँ होता है

अखिलेश तिवारी

आँख में आँसू का और दिल में लहू का काल है

अकबर हैदराबादी

ख़ाक में मिलना था आख़िर बे-निशाँ होना ही था

अजीत सिंह हसरत

फिर वही लम्बी दो-पहरें हैं फिर वही दिल की हालत है

ऐतबार साजिद

न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का

ऐतबार साजिद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.